लखनऊ, 3 मार्च । उत्तर प्रदेश के राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर जोरदार हमला किया।
उन्होंने ओवैसी की हैसियत को योगी आदित्यनाथ के मुकाबले बेहद छोटा बताते हुए कहा कि ओवैसी की बातें केवल अफवाह फैलाने तक सीमित हैं। शर्मा ने स्पष्ट किया कि योगी आदित्यनाथ ने उर्दू भाषा के खिलाफ कोई भी बयान नहीं दिया है। शर्मा ने कहा कि योगी जी का बयान किसी विशेष भाषा के विरोध में नहीं था, बल्कि उनका उद्देश्य संकीर्ण मानसिकता को खत्म करना था, जो समाज में विभाजन पैदा करती है।
शर्मा ने यह भी कहा कि उर्दू कोई विदेशी भाषा नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा है और यह अन्य भारतीय भाषाओं के समान है।
दिनेश शर्मा ने ओवैसी की राजनीति को नकारात्मक और भड़काऊ बताते हुए आरोप लगाया कि वह हमेशा अराष्ट्रवादी विचार व्यक्त करते हैं और समाज में विघटन पैदा करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि ओवैसी की नीतियां केवल विभाजन की बात करती हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने देश में एकता और विकास की दिशा में काम किया है।
शर्मा ने यह उदाहरण भी दिया कि मुस्लिम बहुल सीटों पर बीजेपी की जीत ने ओवैसी के दावों की सच्चाई को उजागर किया है। उन्होंने कहा, “आजमगढ़, मेरठ, और अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में बीजेपी की जीत यह साबित करती है कि मुस्लिम समुदाय भी बीजेपी को अपना विश्वास दे रहा है।”
शर्मा ने भाजपा को एक “कैडर बेस्ड पार्टी” बताते हुए कहा कि यह पार्टी जनता के हित में काम करती है और अपने संकल्पों को पूरा करने की क्षमता रखती है। उन्होंने ओवैसी की राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल समाज में दरार डालना और लोगों को विभाजित करना है, लेकिन अब ऐसे विचारों का समय गुजर चुका है।
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