नई दिल्ली, 9 मई । सैम पित्रोदा के नस्लीय टिप्पणी वाले बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने पित्रोदा के बयान को शर्मनाक और निंदनीय बताया और कहा ये सचमुच कांग्रेस की खतरनाक मंशा को दिखाता है।
उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस के बुद्धिदाता हैं, स्वाभाविक रूप से कांग्रेस की बांटो और राज करो की जो नीति है, उसी को सैम पित्रोदा आज बयां कर रहे हैं। 1947 में देश को बांटने के लिए जिम्मेदार कांग्रेस, सत्ता प्राप्ति की लालसा करने वाली कांग्रेस, भारत के विभाजन की त्रासदी के लिए जिम्मेदार है। आजादी के बाद भी जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर देश को बांटने का पाप कांग्रेस ने किया है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि सैम पित्रोदा का यह बयान निंदनीय है और कांग्रेस पार्टी को स्वयं के उन कृत्यों के लिए जो आज सैम पित्रोदा के मुख से बुलावा रही है, इसके लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। वह रंग और चमड़ी के आधार पर उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत को किस रूप में बांटने का प्रयास कर रहे हैं। देश में कितनी खतरनाक साजिश का पर्दाफाश हो रहा है। ये सचमुच कांग्रेस की खतरनाक मंशा को दर्शाता है। यह बयान शर्मनाक और निंदनीय है। यह बयान भारत जैसे सनातन देश की 140 करोड़ भारतवासियों को अपमानित करने वाला है। कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
सैम पित्रोदा के राम मंदिर वाले बयान पर उन्होंने कहा कि पित्रोदा अपनी बुद्धि अपने पास रखें, इनके जैसे बुद्धिमान लोग कांग्रेस को मुबारक हो। भारतवासी राष्ट्र और राम को एक दूसरे का पूरक मानते हैं। भारत के अंदर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम देश की सांस्कृतिक एकता के आधार हैं। भारत का मूल चरित्र राम की चेतना से एक नया संजीवनी प्राप्त करता है। भारत के हर परिवार में भगवान राम मर्यादा के आदर्श माने गए हैं। भारत की सांस्कृतिक एकता के प्रतीक राम हैं। राम मंदिर का निर्माण भारत के लिए गौरव का विषय है। जिनको अच्छे कार्यों के लिए हमेशा शर्मिंदगी महसूस होती है, ईश्वर करें उन्हें शर्मिंदगी मिलती रहे।
बता दें कि नस्लीय टिप्पणी को लेकर पूरे देश में विवाद बढ़ने के बाद सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसकी जानकारी कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दी।
इससे पहले सैम पित्रोदा ने भारतीयों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी करते हुए कहा था, “उत्तर भारत के लोग तो गोरे जैसे नजर आते हैं, जबकि, पूर्वी भारत के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं। दक्षिण भारतीय लोग अफ्रीकी और पश्चिम भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं।”
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