नई दिल्ली, 13 जनवरी । सी-डॉट परिसर में शुक्रवार को सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान की महत्वपूर्ण चर्चा हुई। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को दूरसंचार विभाग के ‘सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स’ (सी-डॉट) के दिल्ली परिसर का दौरा किया।
सी-डॉट देश की जरूरतों के लिए स्वदेशी, सुरक्षित दूरसंचार समाधान विकसित करने में सक्रिय रूप से काम कर रहा है। सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सीडीएस को नेटवर्क में मैलवेयर का वास्तविक समय में पता लगाने, एंटरप्राइज सुरक्षा केंद्र, द्वेषपूर्ण खतरों और हमलों का वास्तविक समय में पता लगाना और उनको कम करने, क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन आदि की जानकारी दी।
अन्य समाधान जैसे 4जी कोर और 4जी आरएएन, 5जी कोर और 5जी आरएएन, सीएपी का उपयोग करके आपदा प्रबंधन समाधान, ऑप्टिकल ट्रांसपोर्ट और एक्सेस समाधान, स्विचिंग और रूटिंग समाधान आदि पर भी विचार-विमर्श किया गया। इसके बाद उपयोग के मामलों पर प्रकाश डालते हुए इन समाधानों का प्रयोगशाला प्रदर्शन किया गया।
जनरल चौहान ने सी-डॉट के अभियंताओं के साथ बातचीत की और आधुनिक युद्ध में नेटवर्क केंद्रित से डेटा केंद्रित होने के बदलते परिदृश्य के मद्देनजर भविष्य और उन्नत सुरक्षित संचार समाधानों के एकीकरण के लिए सी-डॉट और भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों के बीच बेहतर तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया।
सी-डॉट ने सशस्त्र बलों की जरूरतों और आवश्यकताओं के अनुसार अत्याधुनिक सुरक्षा समाधान विकसित करने का आश्वासन दिया।
जनरल अनिल चौहान ने कहा, “हमारा देश बदलाव के दौर में है, हम डिजिटलीकरण के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं, हमारे सभी कार्य स्वदेशीकरण की दिशा में प्रयासरत हैं। सी-डॉट का दौरा एक रहस्योद्घाटन था, मैं हमारी संचार प्रणाली और साइबर स्पेस की रक्षा करने की अपने राष्ट्र की क्षमता के प्रति आश्वस्त होकर वापस जा रहा हूं।”