नई दिल्ली, 7 नवंबर । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रंगा सियार बताया है। कहा कि दिल्ली में अभी रंगा सियार घूम रहा है। मैं दिल्ली के लोगों को सुझाव देना चाहूंगा कि वो इस रंगे सियार से सतर्क रहें।
आमतौर पर रंगे सियार का इस्तेमाल ‘धोखेबाज व्यक्ति’ के लिए जाता है। मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद हम दिल्ली के लोगों को मुफ्त बिजली और पानी देंगे। लेकिन, विडंबना देखिए कि लोगों को बिल भरने पड़ रहे हैं। लेकिन, यह सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।
उन्होंने कहा, “केजरीवाल लोगों के बीच में नया झूठ परोसने की कोशिश कर रहे हैं। जब वो जेल से आए, तो सबसे पहले उन्होंने अपनी रिमोट (आतिशी) को मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में घूमना शुरू कर दिया और लोगों के बीच यह दावा करने लगे कि हमने बिजली का बिल कम कर दिया। लेकिन, अब लोग सामने आकर कह रहे हैं कि ऐसा नहीं हुआ है। बिजली का बिल अभी-भी बहुत ज्यादा आ रहा है। लोगों का जीना दूभर हो चुका है। दिल्ली के लोग लगातार अपनी शिकायत दर्ज करवा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “यह बहुत ही हैरान करने वाला है कि कैसे पलक झपकते ही रंगे सियार ने अपना रंग तुरंत बदल दिया। मुझे पता है कि लोगों को बहुत ज्यादा बिल देना पड़ रहा है।”
उन्होंने कहा, “अब रंगे सियार का नया रंग देखिए कि केजरीवाल कह रहे हैं कि 2025 में हमारी सरकार बनवा दीजिए, तो हम आपके बिजली और पानी के बिल माफ कर देंगे। अरे भई सरकार आपकी है। पूरी सत्ता आपके पास है। मुख्यमंत्री आपका है। सारी शक्तियां आपके पास है और आप कह रहे हैं कि हमें 2025 में सत्ता में आने दीजिए, तो हम आपका सारा बिल माफ कर देंगे।”
उन्होंने कहा, “हमारा सीधा-सा सवाल है कि जब आपकी सरकार है, तो आखिर बिल कैसे आ गया। इसके अलावा, अगर बिल आ गया है, तो फिर आप अगली सरकार का इंतजार क्यों कर रहे हैं। आप आज ही क्यों नहीं बिल को माफ कर देते हैं।”
उन्होंने कहा, “दिल्ली की जनता को केजरीवाल से सावधान रहने की जरूरत है। इन पर किसी भी कीमत पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। यह कभी-भी रंग बदल सकते हैं। इस सरकार को दिल्ली की जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। मैं अभी कहना चाहूंगा कि दिल्ली की जनता का अभी बिल माफ होना चाहिए। मैं कहूंगा कि एक दिसंबर से ही सभी बिल माफ नहीं होना चाहिए।”
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