मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को युवाओं से शहीद करतार सिंह सराभा और उनके साथी शहीदों के सिद्धांतों को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाने और सीमावर्ती राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने सराभा के शहीदी दिवस पर उनके पैतृक गांव में एक समारोह को संबोधित किया। उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद के जीवन के प्रसंगों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राज्य की आप सरकार शहीदों की याद में कार्यक्रम आयोजित करके और स्मारक बनाकर उनकी विरासत को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए एक प्रगतिशील और समृद्ध पंजाब बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि शहीदों के सपने साकार हो सकें। सराभा गाँव के निवासियों के बीच एकता, समन्वय और सद्भाव की सराहना करते हुए, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि ग्रामीणों की सभी माँगों और अपेक्षाओं को स्वीकार करने और उन्हें लागू करने के लिए ईमानदार प्रयास किए जाएँगे।
नहरी पानी को शुद्ध करके पीने योग्य पानी उपलब्ध करवाना, इनडोर शूटिंग रेंज, ललतों कलां से पखोवाल तक सड़क को चौड़ा करना, पायलटों के प्रशिक्षण के लिए विमानन अकादमी, गांव में वन नर्सरी आदि परियोजनाएं मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गईं, जिन्हें 45.84 करोड़ रुपये के अनुदान के साथ पूरा किया जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि भारत के सभी प्रमुख खेलों में पंजाबी खिलाड़ियों का अग्रणी बनकर उभरना पंजाब सरकार के “खेदन वतन पंजाब दिया” अभियान का परिणाम है। उन्होंने कहा कि अन्य गाँवों में भी खेलों के विकास के लिए पर्याप्त अनुदान दिया जाएगा।
मान ने लोगों से 23 से 25 नवंबर तक गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेने के लिए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचने की अपील की।

