शिमला, 12 मार्च
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज किन्नौर में जुलाई 2025 तक 450 मेगावाट की शोंगटोंग जलविद्युत परियोजना को चालू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
सुक्खू ने कल यहां एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को परियोजना को पूरा करने में देरी कर रही बाधाओं को दूर करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि परियोजना का टेंडर 2012 में दिया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से निर्माण कार्य में देरी हुई। परियोजना में देरी से लागत में वृद्धि हुई और राज्य को नुकसान हुआ। इसलिए, परियोजना को निर्धारित समय के भीतर पूरा किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के अधिकारियों को देरी के कारणों को एक सप्ताह के भीतर संबोधित करने का निर्देश दिया और अगली बैठक तीन महीने बाद आयोजित की जाएगी। उन्होंने प्रोजेक्ट का संचालन करने वाली कंपनी को मैनपावर बढ़ाने को कहा ताकि शेष निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरा किया जा सके।
सुक्खू ने कहा कि शोंगटोंग परियोजना से हर साल 1,579 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होगी, जिससे राज्य को 1,706 करोड़ रुपये का लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना के समय पर शुरू होने से राजस्व पर 156 करोड़ रुपये की ब्याज आय के अलावा 250 करोड़ रुपये की बचत होगी।
उन्होंने राजस्व उत्पन्न करने के लिए परियोजना की क्षमता पर जोर दिया और इसके समय पर पूरा होने के लिए सरकार के सभी समर्थन के अधिकारियों को आश्वासन दिया। उन्होंने परियोजना के समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए मानसिकता और कार्य दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता पर बल दिया।
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