बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज रिकांगपिओ जिले में स्थानीय क्षेत्र विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में परियोजना से प्रभावित पंचायतों, विशेष रूप से शोंगटोंग-करछम और काशांग जलविद्युत परियोजनाओं से प्रभावित पंचायतों में किए गए विकास कार्यों की समीक्षा की गई।
मंत्री ने परियोजना अधिकारियों को तय समय सीमा के भीतर चल रहे कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने शोंगटोंग-करछम पनबिजली परियोजना अधिकारियों को परियोजना से होने वाले प्रदूषण के कारण फसल को हुए नुकसान पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया।
मंत्री ने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को प्रभावित पंचायतों के निवासियों को विशेष भर्ती के अवसर प्रदान करने के लिए भी कहा। बागवानी मंत्री ने निचार के एसडीएम को उला और मीऊ गांवों में विस्फोट से संभावित खतरों का आकलन करने का निर्देश दिया।
मंत्री ने डंपिंग स्थलों की पहचान करने तथा परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में भूमि कटाव को रोकने के लिए उपाय करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने परियोजना अधिकारियों को स्थानीय पंचायतों के परामर्श से सामुदायिक कल्याण परियोजनाओं के लिए सीएसआर निधि का उपयोग करने के निर्देश दिए।
मंत्री ने परियोजना अधिकारियों को सभी परियोजनाओं में अनिवार्य रूप से जीपीएस प्रणाली स्थापित करने का निर्देश दिया