चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा मशरूम उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के 16 जिलों के प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
संस्थान के सह निदेशक अशोक कुमार गोदारा ने कहा कि मशरूम उत्पादन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे भूमिहीन, शिक्षित या अशिक्षित युवक-युवतियां न्यूनतम लागत पर स्वरोजगार के रूप में अपनाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।
प्रतिभागियों को मधुमक्खी पालन, केंचुआ खाद उत्पादन, जैविक खेती, बीज उत्पादन, डेयरी फार्मिंग, फल एवं सब्जी प्रशिक्षण, दूध एवं दूध से बने उत्पाद, बेकरी, स्प्रे तकनीक, खाद्य पदार्थों का मूल्य संवर्धन, नर्सरी तैयार करना, बागवानी आदि विषयों पर प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार भी किसानों एवं बेरोजगार युवाओं को इसे व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।