नई दिल्ली, 17 सितंबर । अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के तीन दिवसीय सम्मेलन का हरियाणा के समालखा में आयोजन होगा। इस सम्मेलन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण के प्रचार प्रमुख प्रमोद पेठकर ने बताया कि इसमें करीब 80 जनजातियों को बुलाया गया है। इसमें दो हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
मोद पेठकर ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय सम्मेलन का 20, 21 और 22 सितंबर को हरियाणा के समालखा में आयोजन किया जाएगा। इसमें 80 जनजातियों को बुलाया गया है, जो अपनी पूजा-पद्धति को सामने रखेंगे। इसमें पूरे भारत के एकता के दर्शन हो पाएंगे। हम चाहते हैं कि समाज तक जनजातीय जीवन के गौरवपूर्ण पूजा-पद्धति को पहुंचाया जाए।”
उन्होंने सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए आगे कहा, “इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शिरकत करेंगे। इसके लिए 80 पंडाल बनाए गए हैं। लगभग दो हजार लोगों के आने की संभावना है। इसमें वनवासी कल्याण के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का मकसद है कि भारत में एकात्मता का दर्शन करना।”
प्रमोद पेठकर ने कहा कि कोई सरकार को पूजता है तो कोई निराकार को पूजता है। इस आयोजन में विविधता भी है और एक तत्व की अनुभूति भी है। यह अपने आप में एक अनोखा आयोजन है। जनजाति समाज द्वारा होने वाली पूजा में विविधता को यहां पेश किया जाएगा, जो एकता की अनुभूति को दर्शाएगा।”
उन्होंने कहा कि इसमें भारतीय संस्कृति के गांव और नगर का संगम होगा।