नई दिल्ली, 29 अप्रैल । भाजपा ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन आरक्षण, संविधान, बाबा साहेब अंबेडकर एवं एससी, एसटी और आदिवासियों की विरोधी रही है। कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का अधिकार छीनकर धार्मिक आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं भाजपा के राज्य सभा सांसद बृजलाल ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस एवं कुछ अन्य विपक्षी पार्टियां, एक नैरेटिव फैलाकर दलितों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है कि भाजपा आरक्षण खत्म कर देगी।
उन्होंने कहा कि ये लोग भीम-मीम की राजनीति की बात करते हैं। लेकिन, इनके दिल में सिर्फ मीम-मीम है। भाजपा सांसद ने विपक्षी दलों के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि सबसे ज्यादा बार संविधान में संशोधन कांग्रेस ने किया,1975 में आपातकाल लगाकर संविधान का इन्होंने क्या हाल किया, यह सब जानते हैं।
उन्होंने दावा किया कि संविधान की सबसे बड़ी रक्षक कोई पार्टी है तो वह भाजपा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि बाबा साहेब ने जो आरक्षण दिया है, वह है और बना रहेगा और इसको कोई बदल नहीं सकता।
बृजलाल ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में मुस्लिम समुदाय को ओबीसी का आरक्षण देकर बाबा साहेब का अपमान किया है क्योंकि बाबा साहेब ने संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया था। धर्म के आधार पर आरक्षण देकर कांग्रेस, संविधान का विरोध कर रही है।
उन्होंने कांग्रेस के साथ ही सपा और आरजेडी की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का अधिकार छीनकर धार्मिक आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है। लेकिन, सबसे बड़ी विडंबना यह है कि ओबीसी की राजनीति करने वाले लालू यादव, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव इस पर चुप हैं, कुछ नहीं बोल रहे हैं।
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए 1920 में एक्ट बना। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का एक्ट समान है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अल्पसंख्यकों के लिए नहीं है, लेकिन कांग्रेस के कारण आज तक एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण नहीं दिया गया। जम्मू कश्मीर में मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाने का सबसे अधिक फायदा एससी, एसटी और वहां के आदिवासियों को हुआ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन आरक्षण, संविधान, बाबा साहेब अंबेडकर एवं एससी, एसटी और आदिवासियों की विरोधी है। बाबा साहेब का सबसे ज्यादा अपमान कांग्रेस ने किया है। आज पीडीए की बात करने वाले अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के दौरान एक लाख से ज्यादा दलित अधिकारियों एवं कर्मचारियों का डिमोशन कर उन्हें सबसे ज्यादा अपमानित किया था।