कांग्रेस विधायक नितिन राउत ने नागपुर हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया। उन्होंने नागपुर की जनता से शांति की अपील करते हुए कहा कि महाराष्ट्र अंबेडकर समेत कई महापुरुषों के रास्ते पर चलने वाला राज्य है और एक बहुत शांतिपूर्ण प्रदेश माना जाता है।
नागपुर हिंसा पर कांग्रेस विधायक नितिन राउत ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “नागपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले 30-40 साल में कोई सांप्रदायिक या धार्मिक दंगा नहीं हुआ। मैं जब घटनास्थल पर गया था तो वहां के एक पक्ष के डेलिगेशन की बात सुनने से पुलिस ने मना कर दिया। सवाल यही है कि अगर 50 लोग जाते हैं तो उनका निवेदन लेकर कार्रवाई करनी चाहिए और जो भी कुछ महिलाओं के साथ हुआ है, वह बहुत ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की जांच करनी चाहिए।”
कांग्रेस विधायक नितिन राउत ने कहा, “महाराष्ट्र बाबासाहेब अंबेडकर के आदर्शों पर चलने वाला राज्य रहा है। इसे शांतिपूर्ण राज्य माना जाता है। हालांकि, 20वीं सदी के दौरान मुंबई में कुछ घटनाएं हुईं, लेकिन महाराष्ट्र में लोग शांतिपूर्ण तरीके से अपने आंदोलन करते हैं। मेरा मानना है कि नागपुर में जो कुछ हुआ है, उसमें सरकार का सपोर्ट है।”
भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने ‘सामना’ के लेख को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जब से हिंदुत्व की बात करने वाले ‘सामना’ ने मुस्लिम तुष्टिकरण अपनाया है। जब से ‘भगवा’ रंग ‘हरा’ हुआ है, तब से लगता है कि वे उनकी आदतें भी स्वीकार कर रहे हैं। वे भांग के नशे में रहते हैं और छत्रपति महाराज का अनादर ‘सामना’ में किया जा रहा है तो इससे दुर्भाग्य की बात नहीं है। संजय राउत को पागलखाने भेज देना चाहिए। मुझे लगता है कि वे एक विकृत इंसान हैं, जिन्हें डॉक्टर भी कोई जगह नहीं देंगे।”
नागपुर हिंसा पर भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने कहा, “मैंने कल भी कहा था कि उन्होंने एक रणनीति और साजिश के तहत ऐसा किया है और जिस स्रोत से कल एक-एक करके सारी जानकारी आई, उससे आपको साफ पता चल गया है कि जब भी ये समाज हिंसा करता है तो पुलिस के खिलाफ, महिलाओं के खिलाफ, आज से नहीं बल्कि मुगलों के जमाने से इनका यही स्वभाव रहा है। इन्होंने कभी महिलाओं का सम्मान नहीं किया। हम उनसे कोई और अपेक्षा नहीं कर सकते हैं।”
औरंगजेब विवाद पर भाजपा विधायक ने कहा, “औरंगजेब का समर्थन करने की मानसिकता की निंदा की जानी चाहिए और पुलिस को अपनी कार्रवाई करनी चाहिए।”