नई दिल्ली, 15 दिसंबर । कांग्रेस ने गुरुवार को अपनी पार्टी के कई सांसदों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए जाने पर सरकार पर पलटवार किया और इस घटनाक्रम को “भयानक तथा अलोकतांत्रिक” करार दिया।
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “कल (बुधवार को) संसद में चौंकाने वाले सुरक्षा उल्लंघन पर सरकार से जवाब मांगने के लिए विपक्षी सांसदों को निलंबित करना एक भयानक, अलोकतांत्रिक कदम है।”
वेणुगोपाल ने कहा, “एक तरफ, जवाबदेही की मांग करने पर पाँच सांसदों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि दूसरी तरफ, उपद्रवियों को प्रवेश की सुविधा देने वाले भाजपा सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह लोकतंत्र की हत्या है। भाजपा सरकार ने संसद को रबर स्टाम्प में बदल दिया है। लोकतांत्रिक प्रक्रिया का दिखावा भी नहीं बचा है।”
उनकी टिप्पणी बेनी बेहानन, वी.के. श्रीकंदन, मोहम्मद जावेद, पी.आर. नटराजन, कनिमोझी करुणानिधि, के. सुब्रमण्यम, एस.आर. पार्थिबन, एस. वेंकटेशन और मनिकम टैगोर सहित विपक्षी सांसदों को “अनियंत्रित आचरण” के लिए शेष सत्र के लिए लोकसभा से निलंबित किए जाने के बाद आई।
इससे पहले गुरुवार को, पांच कांग्रेस सांसदों – जोथिमनी, हिबी ईडन, टी..एन. प्रतापन, कुमारी राम्या हरिदास, डीन कुरियाकोस – को भी शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था।
निलंबन के बाद विपक्षी सांसद सदन के अंदर धरने पर बैठ गए।