केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (एमजीएनआरईजीए) का नाम बदलने के फैसले के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रविवार को गुरुग्राम के न्यू कॉलोनी मोड़ पर शांतिपूर्ण मौन सत्याग्रह किया। गुरुग्राम जिला कांग्रेस (शहरी) के अध्यक्ष पंकज डावर के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा की जन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर अपनाई जा रही “घटिया राजनीति” की कड़ी निंदा की।
सभा को संबोधित करते हुए दावर ने कहा कि एमजीएनआरईजीए का नाम बदलने से इसकी विरासत या प्रभाव मिट नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “नाम बदलने से देश के लोग एमजीएनआरईजीए को नहीं भूलेंगे। एमजीएनआरईजीए के माध्यम से दिन का दो वक्त का भोजन कमाने वाले गरीबों के दिलों में यह नाम बसा हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा कि भले ही भाजपा सरकार कागजों पर नाम बदल दे, लेकिन वह ग्रामीण गरीबों के जीवन से एमजीएनरेगा को मिटा नहीं सकती। दावर ने कहा, “भाजपा सरकार कागजों पर नाम बदल सकती है, लेकिन वह उन गरीब लोगों की आत्माओं से एमजीएनरेगा का नाम नहीं मिटा सकती।”
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासनकाल में शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को नाम बदलकर और संशोधन करके कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस शासनकाल में शुरू की गई जन कल्याणकारी योजनाओं को नाम बदलकर और उनमें संशोधन करके कमजोर किया जा रहा है। एमजीएनआरईजीए का नाम बदलना भाजपा की संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है।”

