नई दिल्ली, 20 जून । भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत बनर्जी से आईएएनएस ने खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बड़ी ही बेबाकी से तमाम सवालों के जवाब दिए। इस बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि वह टीएमसी छोड़कर कांग्रेस में क्यों शामिल होना चाहते हैं।
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को छोड़कर वापस कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस मेरी ओरिजिनल मदर पार्टी है। मैंने कांग्रेस जिस मुद्दे पर छोड़ी थी, वह सभी मुद्दे अब खत्म हो चुके हैं। टीएमसी से मैं कुछ उम्मीद कर रहा था, लेकिन दुर्भाग्य से मेरे टीएमसी में शामिल होते ही पार्टी मुद्दे से भटक गई।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने इस बार अच्छा प्रदर्शन किया है। टीएमसी के बेहतर प्रदर्शन की वजह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं। वो वहां की बड़ी लीडर हैं। महिलाएं उनको सपोर्ट करती हैं, उनका अपना वोट बैंक है। वहां की माइनॉरिटी उन पर सौ प्रतिशत भरोसा करती है। ये कुछ फैक्टर्स हैं जिसकी वजह से टीएमसी ने बेहतर प्रदर्शन किया। टीएमसी अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती तो और ज्यादा सीटें मिलती।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी से हमारी कोई नाराजगी नहीं है। लेकिन वहां जो माहौल है, उससे लगाता है कि अब वह हमारे लिए ठीक नहीं हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों से मैं चुपचाप बैठा था। टीएमसी में मैं ममता बनर्जी के बुलाने पर ही गया था, ऐसा नहीं था कि मैं खुद वहां गया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से बात होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक तो मेरी किसी से बातचीत नहीं हुई है। मैंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से समय मांगा है। उन्हें अब तक पता चल ही चुका होगा कि मैं क्या चाहता हूं। बाकी उन पर निर्भर करता है कि वो क्या करते हैं।
कांग्रेस में वापसी करने पर जिम्मेदारी क्या होगी, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरी कोई पसंद नहीं है। मैं बस कांग्रेस में आना चाहता हूं, पार्टी के लिए काम करना है। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे मैं निभाऊंगा।
खुद को इंजीनियर, थर्ड जनरेशन लॉ मेकर बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं मसल्स या मनी पावर से जीत कर आया हूं। मैं जो कुछ भी कांग्रेस के लिए योगदान कर सकता हूं, वह करूंगा।
राहुल गांधी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने देश भर में कठिन परिस्थिति में जो पदयात्रा की उससे वह अब एक मास लीडर बन गए हैं। इस यात्रा के बाद वह और पॉपुलर हो गए हैं। दो लोकसभा सीट से जीत हासिल कर उन्होंने खुद को एस्टेब्लिश कर दिया है कि वह गांधी परिवार से आते हैं, जहां से जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी आते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान सरकार के खिलाफ देश की जनता में नाराजगी है। इसी नाराजगी का लाभ लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मिला है।