दिल्ली विधानसभा में पेश स्वास्थ्य सेवाओं की रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं है। दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं बिगड़ी हुई है।
आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा, “दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बिगड़ी हुई है, डॉक्टर बहुत जल्दी-जल्दी मरीजों को देखते हैं, दवाइयों की कमी है और मशीनों के टेस्ट में धांधली हो रही है। उन्होंने इस पर कई बार दिल्ली के उपराज्यपाल से ऑडिट की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दीक्षित ने यह भी कहा कि मोहल्ला क्लिनिक में डॉक्टरों का चयन किस प्रक्रिया से हुआ है, यह भी सवालों के घेरे में है। उनके मुताबिक, यह सब भ्रष्टाचार का हिस्सा है और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे छिपाने की कोशिश की है। उनका मानना है कि बीजेपी ने इस भ्रष्टाचार के बारे में जानने के बावजूद इस पर पर्दा डाला और अब अचानक रिपोर्ट सामने आने पर उन्हें यह याद आ रहा है।”
इसके बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें शाह ने दिल्ली में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों से सख्ती से निपटने की बात कही थी। दीक्षित ने सवाल उठाया कि पिछले 10 वर्षों में दिल्ली पुलिस ने इन अवैध नागरिकों की पहचान क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पुलिस के पास सारी जानकारी होती है, लेकिन इतने सालों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, गृह मंत्री को इसका जवाब देना चाहिए।
दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा के यमुना नदी के कायाकल्प और साबरमती रिवर फ्रंट की तरह विकास के बयान पर दीक्षित ने उम्मीद जताई कि यह परियोजना सफल होगी, लेकिन उन्होंने इसे समय देने की बात कही। उन्होंने कहा कि नई सरकार को समय मिलना चाहिए और यह देखना होगा कि इस वादे को कितनी जल्दी पूरा किया जाता है।
दीक्षित ने स्पष्ट किया कि दिल्ली के नागरिक पहले से ही इन समस्याओं से वाकिफ हैं और अब सत्ता में आई सरकार को इन मुद्दों पर गंभीरता से काम करना चाहिए।