मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस विधायकों ने विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखा। बेरोजगारी के मुद्दे पर जहां वे प्लास्टिक के सांप लेकर पहुंचे, वहीं किसानों की समस्याओं को लेकर उनके हाथ में गेहूं की बाली थी। भाजपा की ओर से कांग्रेस विधायकों के विरोध-प्रदर्शन पर तंज कसे गए हैं।
बजट सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक पिटारे में प्लास्टिक के सांप लेकर पहुंचे। कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सरकारी नौकरियों पर भाजपा सरकार सांप की तरह कुंडली लगाए बैठी है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सरकार पर आरोप लगाए। दूसरी ओर कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह गेहूं की बालियां लेकर सदन के भीतर जाना चाहते थे, मगर उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने बाहर ही रोक दिया, जिसके चलते धक्का-मुक्की की स्थिति बनी।
कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह का कहना है कि उनके क्षेत्र के किसानों को पानी नहीं मिल रहा है। किसानों को समस्या हो रही है। फसल पक नहीं पा रही है। कांग्रेस विधायकों के इस प्रदर्शन पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तंज कसा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को डसने में लगे हैं, कमलनाथ को दिग्विजय सिंह डस रहे हैं। जहां तक किसानों की बात है, तो कांग्रेस के शासनकाल में सात लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, आज 57 लाख हेक्टेयर में सिंचाई हो रही है। कांग्रेस के काल में गेहूं 400 से 500 रुपए क्विंटल खरीदा जाता था, आज 2,600 रुपए क्विंटल खरीदा जा रहा है। इतना ही नहीं, राज्य सरकार किसानों की जिंदगी में बदलाव ला रही है।
राज्य के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन पर कहा है कि अगर कांग्रेस के विधायक किसानों की समस्याओं पर बात करना चाहते हैं, तो उन्हें टेबल पर होना चाहिए। राज्य में किसी भी हिस्से में 10 घंटे से कम बिजली दी जा रही हो, तो बताएं। ऐसा है तो बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। जो जैसा होता है, वैसा ही सोचते हैं। कांग्रेस के विधायक वही कर रहे हैं।
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