चंडीगढ़, 19 अप्रैल, 2025 – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चंडीगढ़ मीडिया प्रभारी संजीव राणा ने कांग्रेस पार्टी पर तीखी आलोचना करते हुए उस पर सार्वजनिक संवाद और राष्ट्रीय हित के मामले में राजनीतिक पाखंड और दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है।
राणा ने कहा, “एक पार्टी जिसने बार-बार राजनीतिक शिष्टाचार की सभी सीमाओं को पार किया है, उसके पास हमें शिष्टाचार का उपदेश देने का कोई नैतिक आधार नहीं है।”
उन्होंने विशेष रूप से चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की पर निशाना साधा और उनसे भाजपा को शालीनता के मानदंडों पर उपदेश देने से बचने का आग्रह किया।
राणा ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा नेता अपने राजनीतिक विरोधियों के प्रति भी लगातार सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करते हैं, लेकिन उन्होंने कांग्रेस पर अक्सर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया – यहां तक कि प्रधानमंत्री के खिलाफ भी।
उन्होंने कहा, “वही पार्टी जो देश के सर्वोच्च पद का अपमान करती है, अब नैतिक मानकों को बनाए रखने का दिखावा कर रही है। उनका पाखंड पूरी तरह से सामने आ गया है।”
प्रताप सिंह बाजवा पर आरोप
राणा ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के हाल ही में दिए गए बयान पर भी चिंता जताई, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर दावा किया था कि पंजाब में 50 ग्रेनेड तस्करी करके लाए गए हैं। राणा ने सवाल उठाया कि बाजवा को इतनी सटीक जानकारी कैसे मिली और उन्होंने इसकी जांच की मांग की।
उन्होंने पूछा, “क्या चंडीगढ़ कांग्रेस को ऐसी घटनाओं की पहले से जानकारी है? अगर नहीं, तो लकी और मनीष तिवारी जैसे नेताओं ने चुप रहना क्यों चुना?” उन्होंने आगे कहा, “क्या उनकी चुप्पी महज संयोग है या यह बाजवा की टिप्पणियों और खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा दिए गए बयानों के बीच गहरे संबंध का संकेत है?”
भाजपा की मांगें
संजीव राणा ने कांग्रेस पार्टी से आह्वान किया कि:
- बाजवा की टिप्पणी पर अपना रुख सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करें।
- घोषणा करें कि क्या मनीष तिवारी और लकी बाजवा के दावों का समर्थन करते हैं या देश के सुरक्षा बलों के साथ खड़े हैं।
- आतंकवादी गतिविधियों के संबंध में उनके पास जो भी जानकारी हो, उसे जांच एजेंसियों के साथ साझा करें, क्योंकि ऐसी खुफिया जानकारी को रोकना गंभीर राष्ट्रीय विश्वासघात होगा।
राणा ने कहा, “ऐसे गंभीर मामलों में चुप्पी तटस्थता नहीं है – यह मिलीभगत है।”
राणा ने अपने भाषण के अंत में कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उसने अपने अभियान बैनरों में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों को अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि इससे उनकी गलत निष्ठा उजागर होती है।
उन्होंने कहा, “यह सिर्फ़ राजनीति की बात नहीं है; यह भारत की संप्रभुता की रक्षा के बारे में है। जो लोग राष्ट्रीय अखंडता को कमज़ोर करने वाली ताकतों के साथ जुड़ेंगे, उनका कड़ा प्रतिरोध किया जाएगा।”
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