गुरुग्राम, 10 अगस्त गुरुग्राम पुलिस के एक कांस्टेबल को भ्रष्टाचार के मामले से जुड़ी विभागीय जांच में दोषी पाए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है। कांस्टेबल ने एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के साथ मिलकर जुलाई 2023 में एक कैब ड्राइवर से 1,000 रुपये की रिश्वत ली थी। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
घटना के बाद सिविल लाइन्स थाने में कांस्टेबल सुरेश कुमार और एसपीओ शेर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई। गिरफ्तारी के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
उस समय एसपीओ शेर सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था, जबकि कांस्टेबल सुरेश कुमार के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई थी, जिसे अब जांच में दोषी पाए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है। कुमार शेर सिंह के साथ पुलिस राइडर बाइक पर तैनात थे। पिछले साल जुलाई में उन्होंने सिविल लाइंस थाने के पास एक कैब रोकी और ड्राइवर से उसके दस्तावेज दिखाने को कहा। बाद में कांस्टेबल कैब में चढ़ गया और 2,000 रुपये की रिश्वत मांगी, मना करने पर ड्राइवर को 15,000 रुपये का जुर्माना लगाने की धमकी दी।
मुठभेड़ के दौरान कैब ड्राइवर ने चालाकी से सात मिनट का वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें कांस्टेबल 1,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहा था। पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने कांस्टेबल और एसपीओ दोनों को सस्पेंड कर दिया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। – ओसी