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संविधान बचाना होगा, भाजपा चाहती है कि केवल मोदी की आवाज चले: नाहन में राहुल गांधी

Constitution has to be saved, BJP wants only Modi's voice to be heard: Rahul Gandhi in Nahan

सोलन, 27 मई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज नाहन में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेता संविधान पर हमला कर रहे हैं। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार उनकी पार्टी के नेताओं ने खुलेआम कहा है कि अगर वे चुनाव जीत गए तो संविधान को बदल देंगे, खत्म कर देंगे।”

प्रधानमंत्री ने अमीरों का कर्ज माफ किया, हिमाचल प्रदेश की मदद नहीं की मोदी ने पिछले 10 सालों में 22 अमीर लोगों के 16 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए हैं। हिमाचल में हाल ही में आई आपदा के दौरान हमने प्रधानमंत्री से मदद मांगी थी, लेकिन उन्होंने हमारी मदद करने से इनकार कर दिया। हमने 9,000 करोड़ रुपये मांगे थे, क्योंकि राज्य में 22,000 परिवार पीड़ित थे। राहुल गांधी, कांग्रेस नेता

शिमला सीट के लिए विनोद सुल्तानपुरी को वोट देने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा, “हमारा संविधान राष्ट्र की आवाज है, लेकिन भाजपा के लोग कहते हैं कि उन्हें केवल नरेंद्र मोदी की आवाज की जरूरत है… हमें अंबेडकर, नेहरू और अन्य लोगों द्वारा स्थापित संविधान की रक्षा करनी है।”

राहुल ने कहा, “हिमाचल में हाल ही में आई आपदा के दौरान हमने प्रधानमंत्री से सहायता मांगी थी, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। हमने 9,000 करोड़ रुपए मांगे थे, क्योंकि राज्य में 22,000 परिवार पीड़ित थे।”

जनता के साथ निजी संबंध बनाने के प्रयास में उन्होंने कहा, “मेरी बहन अब शिमला में है और हम दोनों दिल्ली में आपके हितों के लिए लड़ रहे आपके सैनिक हैं।”

उन्होंने मीडिया पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “हिमाचल में मोदी, अडानी और मीडिया की साझेदारी के कारण सेब उत्पादक अपनी उपज का सही मूल्य पाने में विफल हो रहे हैं। सभी भंडारण सुविधाएं एक व्यक्ति को दे दी गई हैं जो सेब की कीमत को नियंत्रित करता है।”

उन्होंने कहा, ”अडानी को मुंबई, लखनऊ आदि के सात हवाई अड्डों और सभी बंदरगाहों पर 50 साल के लिए नियंत्रण दे दिया गया है, जबकि यह लोगों की संपत्ति है।” उन्होंने नरेंद्र मोदी के टेलीविजन साक्षात्कारों की श्रृंखला का मजाक उड़ाया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वे ईश्वरीय हस्तक्षेप से निर्देशित हैं।

उन्होंने कहा, “भारतीय आयुध कारखाना अब हथियार नहीं बनाएगा क्योंकि इनका उत्पादन अडानी द्वारा किया जाएगा। पिछले 10 वर्षों में सभी प्रमुख परियोजनाएं केवल 22-25 व्यक्तियों को दी गई हैं।”

उन्होंने मज़ाक उड़ाते हुए कहा, “मोदी ने पिछले 10 सालों में 22 अमीर लोगों के 16 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए हैं। इस पैसे से 24 सालों तक राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एनआरईजीएस) के तहत मज़दूरी मिल सकती थी, साथ ही इतने सालों तक किसानों के कर्ज भी माफ किए जा सकते थे। मोदी इस कर्ज माफी को विकास बता रहे हैं।”

उन्होंने पूछा कि क्या मीडिया ने सेब उत्पादकों या गरीब मजदूरों की दुर्दशा पर भी ध्यान दिया है, जबकि उन्होंने अंबानी की शादी को व्यापक कवरेज दी है। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी देने की भी बात कही।

उन्होंने कहा, “मीडिया ने सरकार की गलत नीतियों, जिनमें नोटबंदी, जीएसटी का दोषपूर्ण कार्यान्वयन शामिल है, पर चुप्पी साधे रखी।” राहुल गांधी ने अडानी पर हमला बोलते हुए कहा, “मोदी के शपथ लेते ही अडानी की कंपनियों के दाम बढ़ जाएंगे। पूरा देश जानता है कि अगर मोदी सत्ता में आए तो अडानी का कारोबार तेजी से बढ़ेगा।”

कांग्रेस के चुनावी वादों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा, “अगर हम सत्ता में आए तो हम एक करोड़ लखपति बनाएंगे। 5 जुलाई से हर गरीब परिवार की एक महिला को 8,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। जब तक परिवार गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) की स्थिति से बाहर नहीं निकल जाता, तब तक उसे हर महीने यह राशि मिलती रहेगी।”

30 लाख सरकारी नौकरियों के पार्टी के वादे को दोहराने के अलावा राहुल ने युवाओं के लिए “पहली नौकरी पक्का अधिकार” की भी घोषणा की, जिसके तहत उन्हें सुनिश्चित सरकारी नौकरी मिलेगी, राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी योजना के तहत मजदूरी 250 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये की जाएगी तथा आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन दोगुना किया जाएगा।

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