नई दिल्ली, 3 अक्टूबर। वीर सावरकर को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने विवादित बयान दिया है। इस बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। इसके साथ ही उन्होंने आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले में न रहने के संकल्प पर भी राय रखी।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, “अज्ञानता से भरपूर कुछ लोग ज्ञानी बनने की कोशिश करते हैं। इससे एक बात साफ होती है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।
देश में अच्छे-अच्छे स्वास्थ्य केंद्र हैं जहां उन्हें इलाज कराना चाहिए। नकवी ने कहा, जो लोग हमारे देश के इतिहास, संस्कृति और महान हस्तियों के बारे में अज्ञानता पूर्ण बयान देकर भ्रम पैदा करने की कोशिश करते हैं, उन्हें समाज और राष्ट्र द्वारा कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। जनता समय-समय पर ऐसे लोगों के मानसिक असंतुलन को दूर करने का काम करती है। अच्छा होगा कि वह किसी अच्छे मानसिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर इलाज करवाएं।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “वीर सावरकर एक ब्राह्मण थे, जो गोमांस खाते थे और मांसाहारी माने जाते थे। उन्होंने गोहत्या का विरोध नहीं किया और इस विषय पर आधुनिकतावादी विचार रखते थे। जिन्ना कभी कट्टर इस्लामवादी नहीं थे। लेकिन, सावरकर कट्टरपंथी थे।
नकवी ने इंडी अलायंस के प्रमुख घटक दल, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक पर भी प्रहार किया। केजरीवाल की कथनी और करनी का फर्क भी समझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, केजरीवाल ने कहा था, किराए के मकान में रहेंगे। लेकिन, सरकारी आवास तक पहुंच गए। अब लुटियंस दिल्ली के सरकारी आवास में रहेंगे।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि, अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली इलाके के उस सरकारी बंगले में रहेंगे जो ‘आप’ सांसद को दिया गया है। कथित तौर पर इस घर में रहते हुए केजरीवाल विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाएंगे।
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