बिट्टू बजरंगी के नाम से मशहूर दक्षिणपंथी कार्यकर्ता और गौरक्षक राजकुमार पांचाल ने यहां एनआईटी क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
पिछले साल नूंह जिले में हुई हिंसा में उन पर आरोप लगाया गया था। बजरंगी ने कहा कि वे पिछले कुछ महीनों से इस क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब वे नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए तैयार हैं क्योंकि पिछले कुछ सालों में उनके समर्थकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि वे घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं।
बजरंगी 2023 में नूंह में ब्रज मंडल यात्रा के दौरान भड़की हिंसा के मामले में आरोपी है। विभिन्न विवादों से जुड़े बजरंगी पर पहले भी जिले में धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने से जुड़े कुछ मामलों में मामला दर्ज हो चुका है। पुलिस ने कुछ महीने पहले उस पर एक मामले में मामला दर्ज किया था, जिसमें एक पशुपालक की गाय, बकरी और अन्य पशुओं को कुछ लोगों ने जबरन उठा लिया था। बजरंगी पर इस साल एक किशोरी के यौन शोषण के मामले में सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा बोलने का भी मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने उनके शस्त्र लाइसेंस को रद्द करने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। पिछले मार्च में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उन पर एक स्थानीय निवासी की पिटाई करने के मामले में मामला दर्ज किया था।
इस साल जनवरी में आग लगने की घटना में अपने छोटे भाई महेश की मौत के बाद उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, लेकिन पूर्व सीएम मनोहर लाल उनके घर शोक जताने पहुंचे थे। बजरंगी ने दावा किया था कि उनके भाई की हत्या अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने की है।