सीपीएम कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को मंडी जिले के बालीचौकी में राज्य सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला, जिसमें स्थानीय मांगों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें मुख्य रूप से सेराज की मूल निवासी नर्सिंग छात्रा अंजना ठाकुर के लिए न्याय की मांग शामिल थी, जिसकी पिछले महीने रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
अंजना मंडी के सुंदर नगर स्थित एक निजी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ रही थी और उसे गंभीर हालत में कॉलेज के छात्रावास से नैरचौक अस्पताल ले जाया गया था।
पीड़िता के परिवार ने उसकी मौत के पीछे संदिग्ध साजिश का आरोप लगाया है। रैली के बाद, जिसमें “अंजना के लिए न्याय” जैसे नारे लगाए गए, बाली चौकी में एक सार्वजनिक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सीपीएम के राज्य सचिव डॉ. ओमकार शाद, जिला सचिव कुशाल भारद्वाज, बीना वैद्य और महेंद्र राणा समेत कई वक्ताओं ने कहा कि पुलिस ने इस घटना को दुर्घटना करार दिया है। हालांकि, उन्होंने बीना की मौत के पीछे साजिश का आरोप लगाया।
उन्होंने मामले से निपटने के सरकार के तरीके की कड़ी निंदा की।
उन्होंने मुद्रास्फीति और बेरोजगारी जैसे बढ़ते मुद्दों से निपटने में सरकार की “विफलता” पर जोर दिया, जिसके कारण राज्य के युवा निराश हो गए हैं और नशे की लत के खतरों के प्रति संवेदनशील हो गए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक सेवाओं की स्थिति की भी आलोचना की तथा अस्पतालों में डॉक्टरों और स्कूलों में शिक्षकों की कमी की ओर इशारा किया।
उन्होंने जांच में असमानता को भी उजागर किया तथा कहा कि जहां एक ‘समोसे’ की मौत के लिए न्यायिक जांच की आवश्यकता थी, वहीं अंजना की मौत के मामले में कोई गहन जांच नहीं की गई।
सीपीएम कार्यकर्ताओं ने अंजना के लिए न्याय की लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया।