नई दिल्ली, 8 सितम्बर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर रविवार को नई दिल्ली पहुंच गए।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हवाई अड्डे पर अतिथियों का स्वागत किया।
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के रूप में जायद अल नाहयान की यह पहली भारत यात्रा है। इस यात्रा में उनके साथ संयुक्त अरब अमीरात सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे।
वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट भी जाएंगे।
क्राउन प्रिंस सोमवार को एक व्यापारिक फोरम में भाग लेने के लिए मुंबई जाएंगे, जिसमें दोनों देशों के उद्योग जगत की शीर्ष हस्तियां शामिल होंगी।
विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था, ”भारत और यूएई के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। हाल के वर्षों में भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी राजनीतिक, व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में गहरी हुई है। क्राउन प्रिंस की यात्रा भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी तथा नए उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खोलेगी।”
जनवरी में, यूएई के राष्ट्रपति और सुल्तान मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने भारत का दौरा किया था और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी चर्चाओं के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों की खोज की। उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण में भी भाग लिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, वर्ष 2022 में भारत-यूएई व्यापार बढ़कर 85 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जिससे वित्त वर्ष 2022-23 में यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य बन गया। वहीं, यूएई के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।