फिरोजपुर, 2 अप्रैल, 2025: पर्यावरण जागरूकता और संधारणीय जीवन को बढ़ावा देने की एक बड़ी पहल में, मयंक फाउंडेशन ने अपने पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम के तहत ‘पर्यावरण के लिए साइक्लाथॉन’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम में भारतीय सेना के कर्मियों और विभिन्न साइकिलिंग समूहों सहित 250 साइकिल चालकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिन्होंने स्वच्छ और हरित भविष्य की वकालत करने के लिए 12 किलोमीटर की दूरी तय की।
इस कार्यक्रम को गोल्डन एरो डिवीजन के जीओसी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे इस अवसर की गरिमा बढ़ी और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर दिया गया। हरी झंडी दिखाने से पहले, सेना के अधिकारियों और टीम मयंक फाउंडेशन ने पौधे लगाए, जो हरित ग्रह के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
पंजाब राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित यह पहल पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने तथा प्रकृति के जिम्मेदाराना प्रबंधन को प्रोत्साहित करने के राष्ट्रीय प्रयासों के अनुरूप है।
इस अवसर पर बोलते हुए, मयंक फाउंडेशन के संस्थापक दीपक शर्मा ने पर्यावरण चुनौतियों से निपटने में समुदाय द्वारा संचालित प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने जागरूकता अभियान, वृक्षारोपण अभियान और शैक्षिक कार्यक्रमों के माध्यम से संरक्षण के लिए फाउंडेशन की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
‘पर्यावरण के लिए साइक्लाथॉन’ को प्रतिभागियों और स्थानीय समुदाय से भारी समर्थन मिला, जिससे यह एक शानदार सफलता बन गई। मयंक फाउंडेशन ने सभी हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया और समाज पर स्थायी प्रभाव डालने के लिए इस तरह की और पहल आयोजित करने की उम्मीद जताई।