दादरी टोआ की ग्राम सभा ने गांव में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया है और अगर कोई प्लास्टिक का इस्तेमाल करता पाया गया तो उस पर 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाना है ताकि पर्यावरण स्वस्थ रहे।
इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन की टीम और मनरेगा श्रमिकों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे। इस अवसर पर उपस्थित जिला परिषद के सीईओ राजेश कुमार ने सभी को अपने आसपास साफ-सफाई रखने और जीवन में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की शपथ दिलाई। साथ ही प्लास्टिक कैरी बैग की जगह जूट और कपड़े के थैलों का उपयोग करने का आह्वान किया।
राजेश ने बताया, “उपायुक्त प्रदीप दहिया के मार्गदर्शन में स्वच्छ हरियाणा मिशन के तहत नए साल से जिले में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता संबंधी आदतों को बढ़ावा देने और सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए यह पहल की जा रही है।”
उन्होंने बताया कि स्वच्छता अभियान के दौरान ग्रामीणों को प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े और जूट के थैलों का उपयोग करने तथा यथासंभव रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। ग्रामीणों को प्लास्टिक के उपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करते हुए कहा गया कि सामूहिक प्रयासों से ही सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई जीती जा सकती है।
सीईओ ने कहा, “प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाकर न केवल पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है, बल्कि भावी पीढ़ियों को भी स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य दिया जा सकता है।”
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