रोहतक स्थित पीजीआई के दिहाड़ी मजदूरों के एक समूह ने आज कुरुक्षेत्र में अर्धनग्न प्रदर्शन किया, ताकि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के अंतर्गत लाए जाने की अपनी लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया जा सके। कर्मचारी लगभग दो सप्ताह से कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में डेरा डाले हुए थे।
कर्मचारियों ने बताया कि जून से 1,271 दिहाड़ी मजदूर हड़ताल पर हैं। इससे पहले, उन्होंने लगभग दो महीने तक करनाल में धरना दिया था, और अब पिछले दो हफ्तों से वे कुरुक्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। कर्मचारियों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर अपना लंबित मुद्दा उठाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें यह अवसर नहीं दिया जा रहा है।
रोहतक के स्वास्थ्य सेवा संविदा कर्मचारी संघ ने कहा कि वे अपनी मांगें पूरी होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। भारतीय किसान यूनियन (चारुनी) और कुछ अन्य संगठनों के सदस्यों ने भी मार्च में भाग लिया।
एसोसिएशन के महासचिव महेश कुमार ने कहा, “हमारी मांग अनसुनी होने के कारण हमने आज कुरुक्षेत्र में अर्धनग्न प्रदर्शन किया। प्रशासन हमें गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि उनकी नौकरियों को एचकेआरएन नीति के तहत शामिल किया जाए, लेकिन यह मांग पूरी नहीं हो रही है। लगभग 300 कर्मचारी कड़ाके की ठंड के बावजूद यहां डेरा डाले हुए हैं। हमने तय किया है कि अगर 31 दिसंबर तक बैठक का आयोजन नहीं हुआ, तो हम 1 जनवरी को काला दिवस मनाएंगे, एक और अर्धनग्न प्रदर्शन करेंगे और हाथों में जंजीरें पहनकर अपना गुस्सा जाहिर करेंगे।”


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