कुल्लू, 18 मार्च सेव लाहौल स्पीति सोसाइटी (एसएलएस) के सदस्यों ने आज यहां ढालपुर में सोनम वांगचुक के लद्दाख संघर्ष के समर्थन में एक दिन का उपवास रखा। संविधान की छठी अनुसूची और राज्य के दर्जे को लागू करने की लद्दाख की मांग के प्रति केंद्र सरकार के कथित अप्रभावी रवैये पर खेद व्यक्त करते हुए, पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक ने गुरुवार को ‘एक्स’ लिया और देश के लोगों से मार्च में एक दिन का उपवास रखने का आग्रह किया। 17 लद्दाख के लोगों को अपना समर्थन देने के लिए।
एसएलएस सदस्य लद्दाख में चल रहे जन आंदोलन के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए प्रदर्शनी मैदान में एकत्र हुए।
जहां कुल्लू में जलवायु उपवास में 22 लोगों ने भाग लिया, वहीं लाहौल की टॉड घाटी के क्वारिंग गांव में एसएलएस द्वारा एक बैठक भी आयोजित की गई, जहां क्वारिंग के 26 लोगों ने पूरे दिन उपवास किया।
एसएलएस अध्यक्ष प्रेम कटोच ने कहा कि सोनम वांगचुक ने 6 मार्च से लद्दाख में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र और लद्दाख के नेताओं की एक उप-समिति के बीच हालिया वार्ता विफल रही है। उन्होंने कहा कि लद्दाख के लोगों को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है।
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