अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के आप विधायक और बलात्कार के आरोपी हरमीत सिंह पठानमाजरा की तलाश गुरुवार को तेज हो गई। दो दिन पहले वह नाटकीय घटनाक्रम के बीच पुलिस हिरासत से भाग गए थे।
उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस की गैंगस्टर रोधी टास्क फोर्स (एजीटीएफ) की एक टीम को सनौर के विधायक को पकड़ने के लिए तैनात किया गया है, जो गैंगस्टरों और कुख्यात अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित है। विधायक की अपनी पार्टी के खिलाफ टिप्पणी ने उन्हें विवाद के केंद्र में ला दिया है।
पहली बार विधायक बने बीरेंद्र सिंह मंगलवार को पुलिस हिरासत से फरार हो गए। पुलिस का दावा है कि हरियाणा के करनाल जिले के डाबरी गाँव में जब पुलिस टीम उन्हें गिरफ्तार करने गई थी, तब उनके समर्थकों ने गोलियां चलाईं और पथराव किया। उस समय वह अपने एक रिश्तेदार के घर पर थे।
उन्होंने बुधवार को एक अज्ञात स्थान से एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने गोलीबारी में शामिल होने के पुलिस के दावों का खंडन किया और कहा कि जब उन्हें पता चला कि उन्हें “फर्जी मुठभेड़” में मार दिया जाएगा, तो वे भाग गए।
यहां सिविल लाइंस पुलिस थाने में एक सितंबर को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार पठानमाजरा पर बलात्कार, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला जीरकपुर की एक महिला की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताया, उसके साथ संबंध बनाए और बाद में 2021 में उससे शादी कर ली, जबकि वह पहले से ही शादीशुदा थे।
उसने उन पर लगातार यौन शोषण, धमकियां देने और “अश्लील” सामग्री भेजने का आरोप लगाया।
एफआईआर दर्ज होने के बाद पठानमाजरा ने मंगलवार को फेसबुक पर लाइव होकर पंजाब सरकार की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि दिल्ली स्थित आप नेतृत्व “पंजाब पर अवैध रूप से शासन कर रहा है”।
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