जिले में मातृ स्वास्थ्य और परिवार नियोजन सेवाओं को मजबूत करने के लिए पंजाब सरकार ने फिरोजपुर में आयुष्मान आरोग्य केंद्रों में तैनात डॉक्टरों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया। डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित सत्र में भाग लिया और गर्भवती महिलाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के महत्व पर जोर दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए डीसी शर्मा ने कहा कि आयुष्मान आरोग्य केंद्र स्थानीय लोगों के लिए वरदान साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रसवपूर्व देखभाल में डॉक्टरों के लिए विशेष प्रशिक्षण से क्षेत्र में मातृ स्वास्थ्य सेवा और समग्र स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
सत्र में भाग लेने वाले डॉक्टरों को प्रसवपूर्व देखभाल के बारे में विस्तृत मार्गदर्शन दिया गया, जिसमें रक्तचाप, वजन की निगरानी, उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की पहचान, पोषण, टीकाकरण, खतरे के संकेतों की पहचान और प्रसवोत्तर सेवाएं शामिल थीं। प्रशिक्षण में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान जैसी सरकारी योजनाओं के तहत सर्वोत्तम प्रथाओं को भी शामिल किया गया।
इस अवसर पर उप चिकित्सा आयुक्त डॉ. गुरमेज राम, सहायक सिविल सर्जन डॉ. सुषमा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मीनाक्षी अबरोल, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. समिंदर कौर, सिविल अस्पताल से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रिचा, अधीक्षक परमवीर मोंगा, विकास कालरा और जिला कार्यक्रम प्रबंधक हरीश कटारिया सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मास मीडिया अधिकारी संजीव शर्मा और अंकुश भंडारी ने बताया कि इस सत्र में परिवार नियोजन के तरीकों, उनके लाभों और संभावित दुष्प्रभावों पर भी चर्चा की गई। इसका उद्देश्य डॉक्टरों को महिलाओं और योग्य दम्पतियों को सूचित और संवेदनशील परामर्श प्रदान करने के लिए तैयार करना था।
डीसी शर्मा ने आशा व्यक्त की कि यह प्रशिक्षण डॉक्टरों को अधिक समर्पित, जानकार और सहानुभूतिपूर्ण बनाएगा, जिससे अंततः मातृ एवं परिवार नियोजन सेवाओं का अधिक प्रभावी वितरण हो सकेगा।
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