N1Live Himachal डीसी ने कुल्लू एयरपोर्ट पर हैंगर की मरम्मत का लिया जायजा
Himachal

डीसी ने कुल्लू एयरपोर्ट पर हैंगर की मरम्मत का लिया जायजा

DC took stock of the repair of hangar at Kullu Airport

कुल्लू, 22 मार्च कुल्लू के उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने कल यहां से 10 किलोमीटर दूर भुंतर में कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे पर हैंगर के जीर्णोद्धार कार्य का जायजा लिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को काम में तेजी लाने और पूरा करने का निर्देश दिया ताकि एनसीसी एयर विंग के कैडेटों को यहीं उड़ान प्रशिक्षण की सुविधा मिल सके।

टैक्सी ट्रैक का निर्माण एक दशक से लटका हुआ है राज्य सरकार ने पिछले साल मार्च में हैंगर की मरम्मत के लिए स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण के माध्यम से 50 लाख रुपये जारी किए थे एनसीसी प्रबंधन द्वारा एएआई के साथ टैक्सी ट्रैक का मुद्दा उठाने के बाद एएआई ने पिछले साल 57 लाख रुपये की लागत से टैक्सी ट्रैक का निर्माण किया था। टैक्सी ट्रैक का निर्माण भी राज्य सरकार द्वारा किया जाना था, लेकिन तब उसने धन की कमी का हवाला दिया और इसके निर्माण में एक दशक की देरी हुई

उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को शेष कार्य का एस्टीमेट शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि आवश्यक धनराशि जारी की जा सके। उपायुक्त ने कहा कि हैंगर की उपलब्धता से एनसीसी एयर विंग के कैडेटों को यहीं पर माइक्रोलाइट विमान उड़ाने का प्रशिक्षण सुविधा मिल सकेगी।

वर्तमान में नंबर 1 एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कुल्लू के एनसीसी एयर विंग कैडेटों को विमान प्रशिक्षण के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता है। भारतीय वायु सेना में जाने के इच्छुक राज्य भर से कई छात्र कुल्लू एनसीसी में शामिल होते हैं।

इस अवसर पर भारतीय वायुसेना, भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई), पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति, उच्च शिक्षा विभाग और अन्य के अधिकारी भी उपस्थित थे।

भुंतर हवाई अड्डे पर माइक्रोलाइट विमानों के लिए हैंगर की कमी के कारण कुल्लू एनसीसी को उपलब्ध कराए गए विमानों को पटियाला में रखा गया है। मई 2018 में कुल्लू एनसीसी को एनसीसी कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए दो दो सीटों वाले माइक्रोलाइट विमान उपलब्ध कराए गए थे, लेकिन हैंगर के अभाव में वे अभी तक भुंतर हवाई अड्डे पर नहीं उतरे हैं। राज्य सरकार ने 2012 में यहां विमानों की पार्किंग के लिए एक हैंगर का निर्माण कराया था, लेकिन मरम्मत और रखरखाव के अभाव में हैंगर की हालत खराब हो गई थी और अब इसके जीर्णोद्धार का काम चल रहा है।

राज्य सरकार ने पिछले मार्च में हैंगर की मरम्मत के लिए स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण के माध्यम से 50 लाख रुपये जारी किए थे। एनसीसी प्रबंधन द्वारा एएआई के साथ टैक्सी ट्रैक का मुद्दा उठाने के बाद एएआई ने पिछले साल 57 लाख रुपये की लागत से हैंगर के लिए टैक्सी ट्रैक का निर्माण किया था। टैक्सी ट्रैक का निर्माण भी राज्य सरकार द्वारा किया जाना था, लेकिन इस उद्देश्य के लिए धन की कमी का हवाला दिया गया और इसके निर्माण में एक दशक से अधिक की देरी हुई।

एनसीसी एयर विंग के कैडेटों को माइक्रोलाइट विमान में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम से गुजरना आवश्यक है। हैंगर की स्थापना से एनसीसी एयर विंग के कैडेटों को अब कुल्लू में ही यह सुविधा मिलेगी।

इससे अधिक छात्र एनसीसी एयर विंग में शामिल होने के लिए प्रेरित होंगे। गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना में हिमाचल प्रदेश की पहली महिला पायलट स्क्वाड्रन लीडर निधि हांडा भी कुल्लू से हैं और कुल्लू एनसीसी की कैडेट थीं।

Exit mobile version