कासरगोड, 4 नवंबर । केरल में कासरगोड के नीलेश्वरम स्थित अंजुताम्बलम वीरारकव मंदिर में एक समारोह के लिए रखे गए पटाखों में पिछले हफ्ते आग लगने से बड़ी दुर्घटना हो गई थी। सोमवार तक इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है।
विस्फोट और आग में 154 लोग घायल हुए हैं और करीब 15 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल शिबिन राज ने सोमवार तड़के कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पिछले सोमवार को हुई दुर्घटना के बाद उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था।
इसके साथ ही, मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है, जबकि अन्य तीन लोगों की मौत पिछले हफ्ते ही हो गई थी।
मंदिर उत्सव के दौरान आतिशबाजी दुर्घटना पिछले सप्ताह सोमवार देर रात हुई थी। स्थानीय अधिकारियों ने कहा था कि मंदिर अधिकारियों की ओर से एक बड़ी चूक थी, जिन्होंने पटाखे फोड़ते समय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया था।
घायलों में वे लोग भी शामिल थे जो लोकप्रिय ‘थेय्यम’ अनुष्ठान देखने आए थे। यह एक ऐसा आयोजन है जो ज्यादातर कन्नूर और कासरगोड जिलों के मंदिरों में देखा जाता है।
पुलिस ने इस त्रासदी के बाद पूछताछ के लिए मंदिर के तीन अधिकारियों को हिरासत में लिया और फिर उन्हें गिरफ्तार किया। बाद में एक स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। हालांकि, जिला अदालत ने तीनों को दी गई जमानत रद्द कर दी।
कासरगोड जिले की पुलिस अधीक्षक (एसपी) डी. शिल्पा ने कहा था कि अधिकारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने में विफल रहे और उनके पास कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति भी नहीं थी।
जिला अदालत की ओर से जमानत रद्द करने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि अधिकारियों की ओर से गंभीर लापरवाही बरती गई। दुर्घटना के बाद मंदिर ने आगे के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और अन्य मंदिरों ने पटाखे फोड़ते समय अधिकारियों की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना शुरू कर दिया।
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