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पर्यटकों की संख्या में गिरावट, होटल व्यवसायियों ने सरकार से मदद मांगी

Decline in number of tourists, hoteliers seek help from government

धर्मशाला के होटल व्यवसायियों ने पर्यटकों की आमद में कमी के मद्देनजर पर्यटन स्थलों की डिजिटल मार्केटिंग में राज्य पर्यटन विभाग से मदद मांगी है। उनका आरोप है कि जुलाई से सितंबर तक मानसून के मौसम में इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों में भारी गिरावट देखी गई है। अभी भी आने वाले महीनों के लिए कमरों की ऑनलाइन बुकिंग बमुश्किल 20 प्रतिशत है।

स्मार्ट सिटी धर्मशाला के होटल एसोसिएशन के महासचिव संजीव गांधी कहते हैं कि जुलाई से सितंबर तक धर्मशाला में पर्यटन लगभग शून्य हो गया था। उन्होंने कहा कि धर्मशाला समेत पूरे राज्य में पर्यटकों की संख्या में गिरावट मुख्य रूप से विदेशी पर्यटकों के आगमन में कमी और अधिक घरेलू पर्यटकों के जम्मू और कश्मीर (J&K) जाने के कारण आई है।

गांधी कहते हैं कि धर्मशाला का होटल उद्योग अब कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू किए गए गग्गल हवाई अड्डे के विस्तार पर अपनी उम्मीदें टिकाए हुए है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि हवाई अड्डे के विस्तार और हवाई किराए में कमी के बाद इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।

कांगड़ा के होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विनी बंबा कहते हैं कि कोविड-19 महामारी के बाद से पर्यटन में कुल मिलाकर गिरावट आई है। वे कहते हैं, “हिमाचल प्रदेश को जम्मू-कश्मीर जैसे अन्य राज्यों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जो अपने गंतव्यों का आक्रामक तरीके से विपणन कर रहे हैं। चूंकि राज्य में ज़्यादातर होटल छोटे और मध्यम आकार के हैं, इसलिए उनके पास खुद का विपणन करने की क्षमता नहीं है।”

बंबा कहते हैं, “हमने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन आरएस बाली से अनुरोध किया है कि वे राज्य के होटलों को पर्यटन स्थलों की डिजिटल मार्केटिंग में मदद करें। बाली ने हमें आश्वासन दिया है कि पर्यटन विभाग जल्द ही राज्य के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए रणनीति तैयार करेगा।”

सूत्रों के अनुसार, इस क्षेत्र में पर्यटकों की कम संख्या कई होटल व्यवसायियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। लोअर धर्मशाला के एक होटल व्यवसायी सतीश कुमार कहते हैं कि हालांकि सप्ताहांत में कुछ पर्यटक मैक्लोडगंज आ रहे हैं, लेकिन पिछले दो महीनों से लोअर धर्मशाला के होटलों में मुश्किल से ही कोई पर्यटक आया है। उन्होंने कहा कि लोअर धर्मशाला के कई होटल मालिक अपनी इकाइयों को लीज़ पर देने की पेशकश कर रहे हैं, लेकिन पर्यटकों की कम संख्या के कारण कोई भी खरीदार नहीं मिल रहा है।

बाली ने होटल व्यवसायियों से कहा कि सरकार कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पर्यटन विभाग ने पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए आने वाले महीनों में कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। विभाग धर्मशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कांगड़ा पर्यटन कार्निवल का आयोजन करेगा। इसके अलावा बीड़-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग प्री-वर्ल्ड कप का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों को ऑनलाइन बढ़ावा देने के लिए रणनीति बना रही है।

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