शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने प्रशासनिक सेवाओं के लिए चयनित युवाओं से आह्वान किया है कि वे अपना कार्य ईश्वर को समर्पित करें तथा ईमानदारी के साथ आगे बढ़ें। मंत्री सोमवार को रोहतक जाट सभा द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान एवं प्रोत्साहन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रशासनिक सेवाओं के लिए चयनित अभ्यर्थियों तथा उनके अभिभावकों को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम के दौरान सम्मानित होने वालों में स्वाति फोगाट, अंजू जून, सिमरन, सौरभ बधवार, गौरव सहारन, हिमांशु चहल, जितेंद्र कुमार, सचिन पंवार, एकांश, अपूर्व कुमार, हिमांशु कादयान, विकास कुंडू, इंदुबाला धनखड़ और शुभम शामिल थे – इन सभी ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है।
उन्हें स्मृति चिन्ह, प्रशंसा प्रमाण पत्र तथा 11,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। ढांडा ने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना न पनपने दें। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत विकास में बाधा बन सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई बच्चा अनजाने में कोई गलती करता है, तो माता-पिता को उसे हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। इसके बजाय, उन्हें उन गलतियों के घावों को भरने में मदद करनी चाहिए, ताकि बच्चा फिर से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित महसूस करे।
कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि बच्चे हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों के लिए सकारात्मक माहौल बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को “औसत” रखने की मानसिकता से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे को सही माहौल मिले और वह किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने पर ध्यान केंद्रित करे तो सफलता सुनिश्चित है।