कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने आज भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 2023 में ऐसी ही स्थिति का सामना करने के बाद भी गंभीर जलभराव से बचने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए।
कांग्रेस नेता साहा, अंबाला छावनी और अंबाला शहर के इलाकों का दौरा करने के लिए अंबाला पहुंचे थे, जहां नदियों के उफान पर होने और भारी बारिश के कारण गंभीर जलभराव देखा गया था।
दीपेंद्र ने कहा कि हरियाणा के ज़्यादातर इलाके बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। उन्होंने आगे कहा, “जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण सड़कों, खेतों और रिहायशी इलाकों में भारी जलभराव हो गया है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यह दुखद है कि प्रशासन को जल निकासी के लिए युद्धस्तर पर जो प्रयास करने चाहिए थे, वे दिखाई नहीं दे रहे हैं। दो साल पहले भी ऐसी ही स्थिति बनी थी, लेकिन लगता है सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा।”
अंबाला के सांसद वरुण चौधरी के साथ आए दीपेंद्र ने मांग की कि सरकार को जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत जल निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए और सरकार को किसानों के लिए कम से कम 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों में भाजपा सरकार ने जल निकासी के लिए एक भी नया नाला या नहर नहीं बनवाई। नतीजतन, लाखों किसान और आम जनता भाजपा की ‘जनविरोधी नीति’ का खामियाजा भुगत रही है। हरियाणा में जलभराव की समस्या हर साल विकराल होती जा रही है, जिसके लिए पूरी तरह से भाजपा सरकार ज़िम्मेदार है। शहरी इलाकों में कॉलोनियों, बाज़ारों और सार्वजनिक स्थानों पर गंदा पानी जमा हो गया। सरकार को हर घर का विशेष सर्वेक्षण करवाना चाहिए और हर परिवार को मुआवज़ा देने का आदेश देना चाहिए।
दीपेंद्र ने कहा, “विधानसभा चुनाव में जनभावना कांग्रेस के साथ थी क्योंकि लोग राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाना चाहते थे, लेकिन भाजपा ने चुनाव आयोग के साथ कथित मिलीभगत करके खुलेआम सारे हथकंडे अपनाए और सत्ता हासिल कर ली। हरियाणा के चुनावों में भी व्यापक अनियमितताएँ हुई हैं, बड़े पैमाने पर वोट चोरी हुई और मतदाता सूची में धोखाधड़ी की गई। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सबूतों के साथ देशवासियों के सामने वोट चोरी का पर्दाफाश किया है। कांग्रेस जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाएगी और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ेगी।”