देहरादून के रहने वाले एक ही परिवार के सात सदस्यों की पंचकूला में सामूहिक आत्महत्या मामले पर देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि चूंकि मामला पंचकूला में हुआ है, इसलिए अगर पंचकूला पुलिस को हमारी तरफ से किसी तरह के सहयोग या जानकारी की जरूरत होगी, तो हम उसे पूरी तरह से साझा करेंगे।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि अभी तक की स्थिति यह है कि इसमें शामिल लोगों का देहरादून से संबंध था। वे यहां किराए के मकान में रह रहे थे। उसके बाद वह लोग हरियाणा और अन्य जगहों पर जाकर रह रहे थे।
वहीं, इस मामले में पंचकूला डीएसपी क्राइम अमित दहिया ने बताया कि गाड़ी के पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसे जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है। फॉरेंसिक टीम ने गाड़ी से साक्ष्य इकठ्ठा किया है। वहीं, आस-पास के सीसीटीवी को भी चेक किया जा रहा है। पुलिस सभी एंगल की जांच कर रही है। डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है जो मृतकों का पोस्टमार्टम करेगी।
ज्ञात हो कि मीडिया से बातचीत के दौरान चश्मदीद पुनीत राणा ने बताया कि उसे मृतक प्रवीण मित्तल ने बताया था कि उसके परिवार ने सामूहिक तौर पर आत्महत्या क्यों की। मित्तल ने चश्मदीद से कहा कि उसके ऊपर कर्जा बहुत ज्यादा हो गया था। रिश्तेदारों ने भी मदद करने से इंकार कर दिया। इसलिए, हम सभी ने जहर खा लिया है। चश्मदीद के अनुसार, इतना कहने के बाद वह भी मर गया। हालांकि, उसे अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक प्रवीण मित्तल के ससुर ने कहा, “मुझे कुछ नहीं पता। मुझे यह भी नहीं पता कि वह कब आया और कब चला गया। हमसे जितनी मदद हो सकती थी हमने की। वह ब्याज पर पैसे उठाता था। देहरादून में गाड़ी चलाने का काम करता था। मृतक की साली ने बताया कि वह पहले पंचकूला में ही रहते थे। लेकिन, कई वर्षों पहले देहरादून शिफ्ट हो गए थे।”