दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र का सोमवार से आगाज हो गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर दावों का मुद्दा उठाया, जिसके जवाब में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
दरअसल, दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही के दौरान जैसे ही धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई तो विपक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाने का दावा किया था।
चर्चा के दौरान कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाया और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी।
इन नारों से सदन में हंगामा और तेज हो गया। विपक्षी सदस्यों ने कपिल मिश्रा के बयानों को आपत्तिजनक बताते हुए स्पीकर से कार्रवाई की मांग की।
विपक्ष के हंगामे और कपिल मिश्रा के नारों के बाद स्पीकर ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन तनावपूर्ण माहौल के कारण चर्चा बार-बार बाधित होती रही।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ। इस सत्र में शिक्षा बिल, भ्रष्टाचार के आरोपों और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के साथ कई अहम मुद्दे उठाए गए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने सत्र की शुरुआत पर अपनी-अपनी बातें रखीं, जिसमें सरकार के फैसलों की सराहना और आलोचना दोनों शामिल रहीं।
राष्ट्रीय राजधानी में इस बार का विधानसभा सत्र 4 अगस्त से शुरू होकर 8 अगस्त तक चलेगा। इस बार के विधानसभा सत्र में शिक्षा से जुड़ा नया बिल लाया जाएगा।
विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, विधानसभा की कार्यवाही 4 अगस्त से 8 अगस्त तक चलेगी। हालांकि, आवश्यकतानुसार सत्र की अवधि को विस्तार दिया जा सकता है।