दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को सदन की कार्यवाही को आम आदमी पार्टी विधायकों ने बाधित किया। एलजी विनय कुमार सक्सेना के अभिभाषण के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद आतिशी समेत करीब 14 विधायकों को पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया।
दिल्ली विधानसभा से सस्पेंड होने के बाद ‘आप’ विधायकों ने विधानसभा के बाहर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जगह प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगा दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय में पहले बाबा साहेब की तस्वीर होती थी, लेकिन अब वहां पीएम मोदी की तस्वीर लग गई है। विधानसभा के मुख्यमंत्री कार्यालय से भी फोटो हटाई गई है। मैं भाजपा से पूछना चाहती हूं कि क्या पीएम मोदी संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर से बड़े हो गए हैं? क्या उन्हें (भाजपा) लगता है कि पीएम मोदी, बाबा साहेब की जगह ले सकते हैं? इसी के खिलाफ ही आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन किया है। सदन से लेकर सड़क तक इसके खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे।
आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के पास हमारी बात का जवाब नहीं है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीरों को क्यों हटाया, स्पीकर और दिल्ली सरकार के पास इस बात का जवाब नहीं है। इसलिए हमें सदन से बाहर निकाला गया है, जब तक हमारी बात का वे जवाब नहीं दे देते हैं, तब तक इस मुद्दे पर हमारी पार्टी खामोश नहीं बैठेगी।
उन्होंने सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा में पेश किए जाने के सवाल का जवाब देते हुए कहा, “वे जितनी भी रिपोर्ट लेकर आ जाएं, लेकिन सच यह है कि सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों के घरों को भर रही है। उस पर भी एक रिपोर्ट आनी चाहिए और कमेटी का गठन होना चाहिए।”
आप विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि अफसोस की बात है कि सरकार ने बाबा साहेब की तस्वीर को हटा दिया है। उनकी मंशा से साफ लग रहा है कि वे बाबा साहेब और उनकी विचारधारा को पसंद नहीं करते हैं। हमारा प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा, जब तक मुख्यमंत्री आवास और कार्यालय में बाबा साहेब की तस्वीर को फिर से नहीं लगाया जाता है।
आप विधायक मुकेश कुमार अहलावत ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को दोबारा लगाए जाने की वकालत की।