दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र सोमवार 24 मार्च से शुरू होने जा रहा है। विपक्षी दल आम आदमी पार्टी सदन में चुनावी वादे पूरे न करने और राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाकर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह तैयार है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी जनहित के मुद्दों को विधानसभा के साथ सड़कों पर भी उठाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा में जनता के मुद्दे उठाने वाले विपक्षी विधायकों को निलंबित कर दिया जाता है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि सत्र के दौरान वह दिल्ली की महिलाओं को प्रति माह 2,500 रुपये और होली पर मुफ्त एलपीजी सिलेंडर देने का मुद्दा उठाएगी। ‘आप’ सरकार ने मुनाफे का बजट सौंपा था। वित्तीय रूप से मजबूत अर्थव्यवस्था मिलने के बावजूद भाजपा अब तक “दिल्ली की जनता को एक भी लाभ देने में नाकाम रही है”।
आतिशी ने कहा कि जब दिल्ली का बजट मुनाफे में है, तो महिलाओं को उनकी जायज वित्तीय सहायता से क्यों वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली विधानसभा में तानाशाही लागू कर दी है, जहां जनता के मुद्दे उठाने वाले विपक्षी विधायकों को निलंबित कर दिया जाता है जबकि भाजपा विधायकों को उनके गलत आचरण के बावजूद बचाया जाता है। उन्होंने कहा, “यह शासन नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है।”
आप नेता ने कहा कि जिस भाजपा ने ‘मोदी की गारंटी’ की बात की, उसी ने ‘आप’ से मुनाफे का बजट मिलने के बावजूद दिल्ली की महिलाओं को वित्तीय सहायता से वंचित किया है। उन्होंने कहा, “हम चुप नहीं रहेंगे। इन मुद्दों को न केवल विधानसभा में, बल्कि सड़कों पर भी उठाएंगे। दिल्ली के चुने हुए प्रतिनिधियों की आवाज को विधानसभा के अंदर क्यों दबाया जा रहा है? आम आदमी पार्टी भाजपा को जवाबदेही से भागने नहीं देगी।”
उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में पार्टी के विधायक भाजपा की विफलता को उजागर करेंगे। वे दिल्ली विधानसभा के अंदर “लोकतंत्र पर हमले” का मुद्दा भी उठाएंगे।
पार्टी के मुताबिक, पिछले सत्र में भाजपा ने स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया है। आम आदमी पार्टी के विधायकों को जनता के मुद्दे उठाने के लिए निलंबित किया गया, जबकि भाजपा विधायकों को जांच से बचाया गया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी लोगों के हित के लिए लगातार लड़ती रहेगी।
Leave feedback about this