नई दिल्ली, 12 अक्टूबर । दिल्ली की खराब आर्थिक हालत के लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में दिल्ली में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पानी, बिजली और सड़क के मुद्दे पर यह सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। गत 10 साल में राज्य में विकास का कोई काम नहीं किया गया। दिल्ली विधानसभा के चुनाव में जनता इन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी और भाजपा को मौका देगी। यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उन्होंने पैसों का उपयोग केवल प्रचार के लिए किया है। आज जल बोर्ड घाटे में है। इसका जवाब इनको देना चाहिए। दिल्ली के सभी विभागों में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर व्याप्त है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री कार्यालय से क्यों नहीं चलनी चाहिए? घर से सरकार क्यों चलनी चाहिए। वर्तमान में आतिशी को जो घर आवंटित किया गया है, वही मुख्यमंत्री का निवास है। उन्हें वहीं से काम करना चाहिए। उन्हें 52 करोड़ के बंगले में जाने की क्या जरूरत है? यह अनावश्यक नाटक है। इसके पीछे का कारण अगले दो-तीन महीने में होने वाला चुनाव है। विकास की बजाय इन लोगों का काम इस तरह के मुद्दों को तूल देना है।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आरोप लगाया है कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था के विध्वंस के लिए आप सरकार, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी पूरी तरह जिम्मेदार हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की कैग से जांच करवाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा, “यह बहुत ही अचंभे की बात है कि 31 साल में पहली बार दिल्ली का बजट घाटे में है और यह घाटा भी छोटा-मोटा नहीं है बल्कि दिल्ली सात हजार करोड़ रुपये के घाटे में है। इसका अर्थ यह हुआ कि दिल्ली में खर्च, आय से ज्यादा हो रहा है।”