N1Live National अपराधी चला रहे दिल्ली की सरकार, हर घोटाले के लिए केजरीवाल जिम्मेदार : मनोज तिवारी
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अपराधी चला रहे दिल्ली की सरकार, हर घोटाले के लिए केजरीवाल जिम्मेदार : मनोज तिवारी

Delhi government is run by criminals, Kejriwal is responsible for every scam: Manoj Tiwari

नई दिल्ली, 28 सितंबर । भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीबीआई जांच का स्वागत किया है। मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में जितने भी घोटाले हुए हैं, जिसमें कोई जेल में है या कोई जेल जाने वाला है या कोई जांच के दायरे में, वह सब घोटाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इशारे पर ही हुए हैं। अब, उनका बचना बहुत मुश्किल है।

भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि दिल्ली की केजरीवाल की सरकार अपराधियों की है, जिसे आपराधिक तरीके से चलाया जा रहा है। सीबीआई की जांच तह तक जाकर ऐसे लोगों को सजा दिला पाएगी, ऐसा उनका विश्वास है।

केजरीवाल की पार्टी पर सबसे कम समय में लूट और भ्रष्टाचार का कीर्तिमान स्थापित करने का आरोप लगाते हुए तिवारी ने आगे कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में अस्तित्व में आने के बाद अगर किसी पार्टी ने सबसे कम समय में लूट और भ्रष्टाचार का कीर्तिमान स्थापित किया है, तो वह अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी है।

“दिल्ली स्तब्ध है, सरकारों और राजनीति में रूचि रखने वाला हर तबका दिल्ली में हुए अपराध और भ्रष्टाचार के इस कांड पर स्तब्ध है, जो केजरीवाल ने किया है।”

उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पार्टी का नाम रखा ‘आम आदमी पार्टी’ और उसी ‘आम आदमी’ के खजाने को ही लूटने का काम किया है। जहां तक दिल्ली के राजमहल का भ्रष्टाचार का मामला है, इसमें तो टॉयलेट और पर्दे ही करोड़ों रूपये के हैं, बाकी क्या-क्या है, यह तो सीबीआई जांच में ही सामने आएगा। जिस केजरीवाल ने 2013 में सादगी का दम भरा था, वही केजरीवाल 2022 में कोरोना के भयावह दौर में भी अपने लिए राजमहल बना रहे थे, जबकि उस समय देश के लोग ऑक्सीजन के लिए परेशान थे।

सीबीआई जांच का स्वागत करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि जब सीबीआई जांच करेगी, तभी इस बात का पता चलेगा कि रात में क्यों किसी अधिकारी का कमरा खोलकर वहां से फाइल चुराने और सबूत मिटाने के प्रयास किए गए ?

उन्होंने कहा कि दिल्ली के राजमहल में टॉयलेट और पर्दे ही करोड़ों रुपये के लगे हैं और सीबीआई जांच से यह पता लगेगा कि वहां और क्या-क्या है ? और, किसने नियमों को तोड़ते हुए किसके कहने पर इन सबकी मंजूरी दी ?

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