राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हरि नगर थाना पुलिस ने बुजुर्ग नागरिकों के साथ लूटपाट के मामले में तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह सदस्य कुख्यात “लिफाफा गिरोह” के हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि यह गिरोह बुज़ुर्गों को लिफ्ट देने के बहाने अपनी कार में बिठाता था। उसके बाद उनके सोने के गहने व नकदी लूटकर कागज के लिफाफों में नकली गहने थमाकर फरार हो जाता था। पुलिस ने इनके पास से अपराध में इस्तेमाल की गई एक आई टेन कार, नकली नंबर प्लेट, कृत्रिम गहने और 22 कागज के लिफाफे बरामद किए हैं। इस गिरफ्तारी से चोरी के दो संगीन मामले सुलझाए गए हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जानकारी तब हुई जब 18 जुलाई को एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई कि तीन लोगों ने उसे लिफ्ट देकर उसके सोने के झुमके और 4,000 रुपए छीन लिए।
उसके कुछ दिनों के बाद फिर से उसी क्षेत्र में ऐसी घटनाओं को देखा गया, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एसएचओ हरि नगर, इंस्पेक्टर आशु गिरोत्रा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने घटनास्थल के आसपास के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच की और एएनपीआर तकनीक की मदद से कार की पहचान की, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। लगातार खुफिया जानकारी विकसित करने के बाद, 11 अक्टूबर को टीम को गिरोह की गतिविधि के बारे में एक गुप्त सूचना मिली।
सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, टीम ने स्वर्ग आश्रम रोड के पास से संदिग्ध आई टेन कार से इन्हें गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी दीपक (43), सागर (35) और रोशन (52) हैं। कार की तलाशी लेने पर वाहन की असली नंबर प्लेट, नकली गहने और लिफाफे बरामद हुए।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। जांच में पता चला कि ये सभी आदतन अपराधी हैं और इन पर पहले से ही हत्या और चोरी जैसे दर्जनों मामले दर्ज हैं। वे आसान पैसे कमाने और जल्दी अमीर बनने के लिए यह अपराध करते थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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