नई दिल्ली, 8 नवंबर । राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में प्रदूषण की समस्या लगातार बरकरार है। बढ़ते प्रदूषण के कारण सुबह के समय धुंध हो रही है जिस वजह से विजिबिलिटी काफी कम रही है। वहीं, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है जिससे दिल्लीवासियों को खासकर बच्चों और बूढ़ों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
अहमदाबाद से दिल्ली आए एक शख्स हिमालया ने आईएएनएस को बताया कि अहमदाबाद बहुत साफ शहर है, वहां पर साबरमती नदी बहुत साफ रहती है, लेकिन यहां पर यमुना नदी बहुत गंदी है और प्रदूषण ज्यादा होने की वजह से मास्क लगाकर घूमना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि गुजरात में भी जनसंख्या ज्यादा है और गाड़ियां बहुत चलती हैं, लेकिन यहां की तरह हालात नहीं हैं। वहां पर लोग सफाई रखते हैं। सुबह-सुबह वातावरण बहुत अच्छा होना चाहिए, लेकिन दिल्ली में सुबह-सुबह वातावरण भी बहुत खराब है। अहमदाबाद में शाम को बाहर निकलते थे, लेकिन यहां पर बाहर नहीं निकल सकते।
एक अन्य राहगीर ने बताया कि दिल्ली में बहुत ज्यादा प्रदूषण है, जिससे लोगों को सुबह टहलने में भी परेशानी होती है। सुबह टहलने का कोई फायदा नहीं है, लेकिन फिर भी हम लोग स्वास्थ्य की वजह से बाहर निकलते हैं।
राहगीर शिव प्रकाश ने आईएएनएस से बात करते हुए दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मुझे सांस की दिक्कत है, जो प्रदूषण के कारण और बढ़ गई है। इससे बच्चों को भी बहुत परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है सर्दियों का मौसम आ रहा है और सुबह के समय फॉग हो रहा, तो बाहर निकला जाए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। यह फॉग नहीं बल्कि प्रदूषण है, जिसके कारण लोगों को सांस लेने में भी परेशानी होती है।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार को प्रदूषण को कम करने के लिए काम करना चाहिए और यहां के लोगों को भी सचेत होने की जरूरत है। बेवजह आग नहीं जलानी चाहिए।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह 7:30 बजे तक औसत एक्यूआई 383 था।
–