नई दिल्ली, 3 जनवरी । दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने झिलमिल इलाके में सरकारी स्कूल में एक नए एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया। झिलमिल के इस सरकारी स्कूल में अलग-अलग विषयों के 6 लैब्स हैं। इस स्कूल में विश्वस्तरीय हॉकी मैदान और 5 स्टेट मल्टीपरपस हॉल भी बनवाया गया है।
इस अवसर पर आतिशी ने कहा कि दिल्ली की ‘शिक्षा क्रांति’ से सरकारी स्कूल के छात्रों में प्राइवेट स्कूलों के स्टूडेंट्स से बेहतर करने का आत्मविश्वास आया है। हर बच्चे को सबसे अच्छी शिक्षा देने के अरविंद केजरीवाल के विज़न के तहत झिलमिल कॉलोनी के स्कूल में बच्चों के लिए वर्ल्ड-क्लास एकेडमिक ब्लॉक समर्पित किया गया है।
सीएम आतिशी ने बताया कि यह नई बिल्डिंग शानदार क्लास रूम, 6 हाईटेक लैब्स, एमपी हॉल, लिफ्ट समेत तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। 10 साल पहले तक सरकारी स्कूलों में ऐसी सुविधाएं किसी सपने की तरह थी। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के मन में यह टीस होती थी कि काश वे भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ पाते। लेकिन, पिछले 10 सालों में केजरीवाल की शिक्षा क्रांति ने इस टीस को दूर करते हुए बच्चों को आत्मविश्वास दिया है कि वे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से किसी भी तरह कम नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे बच्चों को नौकरियों में लाखों का पैकेज मिल रहा है। दिल्ली सरकार की ‘इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर विमेन’ में पढ़ी एक छात्रा को 82 लाख रुपए का पैकेज मिला है। 2014 में दिल्ली के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में केवल 83,600 सीटें होती थीं, अब 1,55,000 सीटें हैं। ‘आप’ सरकार ने दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी समेत विभिन्न नई यूनिवर्सिटी शुरू की हैं। कई यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एडमिशन सीट बढ़ाकर छात्रों के लिए अच्छी पढ़ाई का प्रबंध किया गया है।
उन्होंने बताया कि आपके बच्चों की 12वीं की पढ़ाई के बाद भी अच्छी शिक्षा जारी रहे, इसके लिए दिल्ली की ‘आप’ सरकार शानदार कॉलेज और विश्वविद्यालय तैयार कर रही है। दिल्ली में केजरीवाल की शिक्षा क्रांति का यह कमाल है। दिल्ली में सरकारी स्कूलों का रिजल्ट शानदार आ रहा है, बच्चे जेईई-नीट का एग्जाम पास कर रहे हैं। दिल्ली में 4 लाख बच्चों ने प्राइवेट से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है। दिल्ली में सरकारी स्कूलों के बच्चे फ्रांस जाकर फ्रेंच सीख रहे हैं।
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