बेंगलुरू, 7 मार्च । कर्नाटक के सहकारिता मंत्री के.एन. राजन्ना ने गुरुवार को कहा कि सत्ता परिवर्तन की स्थिति में प्रदेश के गृह मंत्री जी परमेश्वर को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी जाए। दलित सीएम की मांग करने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए तुमकुरु में मंत्री ने कहा, “अगर राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी प्रकार का फेरबदल होता है, तो एक दलित को सीएम की कमान सौंपी जाए। अधिकांश विधायकों का भी यही मत है।”
हालांकि, उन्होंने आगे यह भी कहा कि सीएम सिद्दारमैया को अपना कार्यकाल पूरा करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दलित सीएम की मांग पिछले कई दिनों से तेज हो गई है। इसका मतलब यह नहीं हो जाता है कि एकदम से ही किसी दलित को सीएम पद की कमान सौंप दी जाए। अगर आज से हम दलित सीएम की मांग करेंगे, तो यह एक दिन जरूर होगा।
उन्होंने कहा, “यह हमारी इच्छा है कि राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर को मुख्यमंत्री बनाया जाए। परमेश्वर इस पद के लिए योग्य हैं। चुनाव नजदीक आने वाला है, तो लाजिमी है कि अब हम इस मुद्दे को तेजी से उठाएंगे।
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि डिप्टी सीएम शिवकुमार के खिलाफ चल रहे मामले को ईडी द्वारा खारिज किए जाने के बाद अब एकाएक दलित की सीएम की मांग की जा रही है, तो इस पर उन्होंने कहा कि “दलित सीएम की मांग आज से नहीं, बल्कि यह बहुत पुराना मुद्दा है। दलित सीएम की मांग डीके शिवकुमार के खिलाफ जारी मामले को ईडी द्वारा खारिज किए जाने के बाद ही नहीं की जा रही है, बल्कि यह बहुत पुराना मुद्दा है।”
उन्होंने कहा, “अब शिवकुमार को भी सीएम की कमान सौंपी जाए। हम यह नहीं कह रहे हैं कि उन्हें सीएम नहीं बनना चाहिए।”
इससे पहले डॉ. एच.सी. महादेवप्पा ने भी दलित सीएम की मांग उठाई थी। उन्होंने यह भी कहा था कि किसी दूसरे को वोट देने से अच्छा है कि किसी दलित नेता को वोट दिया जाए, जिससे दलित समाज का उत्थान हो। हमें दलित नेता पर भरोसा जताना होगा, ताकि वो निकट भविष्य में मुख्यमंत्री के अलावा अन्य उच्च पदों पर भी आसीन हो सकें।