उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान किया। उन्होंने आम लोगों से भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान किया। मतदान करने के बाद उपराष्ट्रपति ने कहा कि विश्व में भारत एक मिसाल है। यह दुनिया का सबसे बड़ा, पुराना और जीवंत लोकतंत्र है। उन्होंने दिल्ली के लोगों से मताधिकार के प्रयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नागरिक लोकतंत्र के महायज्ञ में भाग लें।
उप राष्ट्रपति ने कहा, “सोच-समझकर किया गया मतदान लोकतंत्र को मजबूत बनाता है। मतदान प्रजातंत्र का ऑक्सीजन है। प्रजातंत्र का आधार मतदान है, मतदान सब अधिकारों की जननी है। इससे सर्वोपरि कोई अधिकार नहीं हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र का महत्व तब है, जब हर व्यक्ति अपना मतदान विवेकपूर्ण तरीके से, स्वतंत्रता से और देश के लिए करें। इसी से प्रजातंत्र फलता-फूलता है, विकसित होता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत का लोकतंत्र सबसे पुराना, सबसे बड़ा, सबसे मजबूत और सबसे वाइब्रेंट है। जहां सत्ता परिवर्तन या सत्ता का स्थायित्व मतदान से ही जाहिर होता है। यह बेशकीमती अधिकार भारत के हर नागरिक को मिला है।
उन्होंने कहा कि भारत जब आजाद हुआ तो हर व्यस्क व्यक्ति को मताधिकार दिया गया, जबकि दुनिया की बहुत बड़ी और हमसे पहले आजादी प्राप्त करने वाली प्रजातांत्रिक व्यवस्थाओं में ऐसा नहीं था।
उपराष्ट्रपति ने कहा, “आज के दिन सभी को मेरी शुभकामनाएं और सभी को आह्वान करता हूं अपने मत का दान अवश्य करें। प्रजातांत्रिक महायज्ञ के इस महाकुंड में अपने मत के दान को देकर अपनी आहुति दें, यह बहुत बड़ा जो महायज्ञ है प्रजातंत्र का, पूर्ण आहुति इसी मतदान से होती है। सभी मतदान करें। ये ही मेरी कामना है।”