मुंबई, 27 सितंबर । अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर में हुई तोड़फोड़ को लेकर भारत में प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है।
मुंबई भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हितेश जैन ने कहा कि मंदिर पर हमला यह दिखाता है कि यह एक नया खेल बन गया है कि जितने भी हिंदू धर्म के मंदिर है, उस पर निशाना साधो और उस पर हमला करो। यह वल ईंट पत्थर पर हमला नहीं है, बल्कि हमारी आस्था पर चोट पहुंचाने की कोशिश है।
उन्होंने कहा, “चाहे अमेरिका हो या विश्व में कोई भी भाग हो, ऐसे हमले करने से आप हमारी संस्कृति और विरासत को मिटा नहीं सकते। मेरा मानना है कि यह कायर और बचकाने हमले हैं। हिंदू धर्म और हिंदू संस्कृति वर्षों से इस तरह के हमलों को झेलती आई है। ऐसे हमलों से हिंदू धर्म का सफाया नहीं किया जा सकता और न ही मिटाया जा सकता है।”
वहीं, वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि, हमारे मंदिरों की सुरक्षा वहां की सरकार को करनी चाहिए। इस तरह का अगर आतंकवाद वहां पर भी है तो सरकार को कड़े कदम उठाकर इस षड्यंत्र को रोकना चाहिए। मंदिरों और सनातनियों की सुरक्षा आवश्यक है। आज पूरी दुनिया में सनातन धर्म और हिंदू खतरे में हैं, सबकी आंखों में हिंदू संस्कृति खटक रही है। भारत के अमेरिका से अच्छे रिश्ते हैं। आखिर क्यों ऐसा हुआ है, इसकी एक विस्तृत चर्चा होनी चाहिए और आगे इस तरह की हरकत न हो, इसके लिए अमेरिकी सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए।
मंदिर पर हमले को लेकर बीएपीएस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ”न्यूयॉर्क में बीएपीएस मंदिर में तोड़फोड़ के 10 दिन से भी कम समय में बीती रात कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में हमारे मंदिर को हिंदू विरोधी घृणा का सामना करना पड़ा। दीवारों पर ‘हिंदू वापस जाओ!’ के नारे लिखे गए हैं। हमें इस बात का गहरा दुख है। हम शांति की प्रार्थना के साथ नफरत के खिलाफ एकजुट हैं।”