कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद राजीव भारद्वाज ने हिमाचल प्रदेश, विशेषकर चंबा जिले में भारी बारिश और भूस्खलन से हुई तबाही पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे अपने जीवनकाल में देखी गई सबसे खराब प्राकृतिक आपदाओं में से एक बताया।
चंबा में मीडिया को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि सड़कें पूरी तरह बह गई हैं, संचार नेटवर्क बुरी तरह बाधित हो गए हैं और हज़ारों मणिमहेश यात्रा तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, “चंबा को फिर से बनाने और सामान्य स्थिति बहाल करने में वर्षों लगेंगे।”
सांसद ने ज़ोर देकर कहा कि संकट की इस घड़ी में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से बचना होगा और सत्ताधारी व विपक्षी दलों, गैर-सरकारी संगठनों व सामाजिक संगठनों को कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा। उन्होंने कहा, “इस आपदा से अकेले सरकार नहीं निपट सकती।” उन्होंने स्वयंसेवी संगठनों और समाजसेवियों से राहत सामग्री के साथ आगे आने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन ने अपनी जिला इकाइयों को सड़कों की स्थिति का आकलन करने और पार्टी के राज्य एवं केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जाने वाली रिपोर्ट तैयार करने के लिए पहले ही सक्रिय कर दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राशन, कपड़े और बर्तन सहित राहत सामग्री दो दिनों के भीतर चंबा पहुँचनी शुरू हो जाएगी।
खराब दूरसंचार कनेक्टिविटी के मुद्दे पर, सांसद ने खुलासा किया कि आपदा के दौरान बीएसएनएल और अन्य नेटवर्क ठप हो गए थे, जिससे फंसे हुए परिवार संकट में पड़ गए थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से दिल्ली में दूरसंचार अधिकारियों से संपर्क किया, जिसके बाद सेवाएँ अस्थायी रूप से बहाल कर दी गईं, लेकिन उन्होंने स्थायी समाधान की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
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