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‘देवी चौधुरानी’ सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा, इसका हिस्सा होने पर गर्व: प्रसेनजीत चटर्जी

‘Devi Chaudhurani’ part of cultural heritage, proud to be a part of it: Prasenjit Chatterjee

बंगाली सिनेमा के अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी की हालिया रिलीज फिल्म ‘मालिक’ को शानदार प्रतिक्रिया मिलने के बाद अब वह अगली फिल्म ‘देवी चौधुरानी’ में नजर आएंगे। पीरियड ड्रामा को प्रसेनजीत ने भारत की सांस्कृतिक चेतना का हिस्सा बताते हुए कहा कि इसका हिस्सा बनने पर गर्व है।

यह फिल्म बंगाली सिनेमा की सबसे बड़ी पैन-इंडिया रिलीज है।

प्रसेनजीत ने बताया, “दशकों के सिनेमाई सफर के बाद ऐसी कहानी मिलना दुर्लभ है जो जड़ों से जुड़ी और क्रांतिकारी हो। ‘देवी चौधुरानी’ हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। मुझे गर्व है कि मैं इस प्रोजेक्ट का हिस्सा हूं, जो बंगाल की विरासत को वैश्विक मंच पर ला रहा है। यह समय ऐसा है जब क्षेत्रीय कहानियां वैश्विक स्तर पर गूंज रही हैं।”

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक शुभ्रजीत मित्रा के निर्देशन में बनी यह फिल्म बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के प्रतिष्ठित उपन्यास पर आधारित है। यह भारत की पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी की कहानी को भव्यता, भावनाओं और सिनेमाई महत्वाकांक्षा के साथ प्रस्तुत करती है।

‘देवी चौधुरानी’ को ऐतिहासिक बनाने का एक कारण यह है कि यह पहली भारतीय फिल्म है, जिसे भारत-यूके सह-निर्माण के रूप में आधिकारिक मान्यता मिली है। इस फिल्म को भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय, एनएफडीसी, एफएफओ, इन्वेस्ट इंडिया और यूके के ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट (बीएफआई) जैसे सांस्कृतिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है।

फिल्म में प्रसेनजीत के साथ श्राबंती चटर्जी, सब्यसाची चक्रवर्ती, दर्शना बानिक, बिबृति चटर्जी और अर्जुन चक्रवर्ती जैसे कलाकार हैं। ग्रैमी-नॉमिनेटेड संगीतकार पंडित बिक्रम घोष ने फिल्म का शक्तिशाली संगीत तैयार किया है।

वर्तमान में पोस्ट-प्रोडक्शन में चल रही यह फिल्म अपर्णा और अनिरुद्ध दासगुप्ता (एडिटेड मोशन पिक्चर्स) और सौम्यजीत मजूमदार (लोक आर्ट्स कलेक्टिव) द्वारा निर्मित है। यूके के मोरिंगा स्टूडियोज और एचसी फिल्म्स इसके सह-निर्माता हैं।

‘देवी चौधुरानी’ इस साल दुर्गा पूजा के अवसर पर रिलीज होगी। प्रसेनजीत के शानदार अभिनय के साथ यह फिल्म बंगाल के क्रांतिकारी अतीत को वैश्विक सिनेमाई भविष्य के साथ जोड़ने का प्रयास करती है।

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