N1Live Uttar Pradesh महाकुंभ के बाद वाराणसी में उमड़े श्रद्धालु, गंगा घाट पर ‘बोट ट्रैफिक’ की स्थिति
Uttar Pradesh

महाकुंभ के बाद वाराणसी में उमड़े श्रद्धालु, गंगा घाट पर ‘बोट ट्रैफिक’ की स्थिति

Devotees gathered in Varanasi after Mahakumbh, situation of 'boat traffic' on Ganga Ghat

वाराणसी, 21 फरवरी । संगम नगरी प्रयागराज में सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ में रोजाना लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। महाकुंभ के कारण पड़ोसी जिले काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में भी श्रद्धालुओं का तांता देखने को मिल रहा है। श्रद्धालुओं की अधिक तादाद के कारण नाविकों को गंगा नदी में ‘बोट ट्रैफिक’ की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बहुत लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। गंगा घाट पर भी अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और नौका विहार का आनंद उठा रहे हैं। हालांकि श्रद्धालुओं की अधिक संख्या के कारण लोगों को नौका विहार के लिए भी काफी समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। नाविकों की आमदनी भी बहुत ज्यादा हो रही है।

नाविक मनीष साहनी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि “उन्होंने श्रद्धालुओं की इतनी अधिक भीड़ अपने जीवनकाल में कभी नहीं देखी। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा घाट पर पहुंचकर नौका विहार कर गंगा का नजारा भी देखना चाह रहे हैं, जिसके कारण गंगा में ट्रैफिक देखने को मिल रहा है।”

उन्होंने बताया, “काशी में बहुत अधिक संख्या में तीर्थयात्री आए हुए हैं। बाबा के दर्शन और गंगा में स्नान करने के लिए घाटों पर भीड़ नियंत्रण के बाहर है। नाविक बहुत मेहनत कर रहे हैं। यात्रियों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि हमें पर्याप्त नाव तक नहीं मिल पा रहा है। यात्रियों को वेटिंग लिस्ट में रखना पड़ रहा है। यहां पर यात्रियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है, हर दिन उनकी संख्या बढ़ती जा रही है।”

महाराजगंज से आए ओमप्रकाश पांडेय ने बताया, “काशी में लाखों की संख्या में लोग उमड़े हुए हैं। वाराणसी के लोग श्रद्धालुओं के प्रति अच्छी सहानुभूति दिखा रहे हैं। नाव पर सैर करने के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है।”

गोरखपुर के एक अन्य श्रद्धालु प्रदीप कुमार ने बताया, “गंगा घाट का नजारा बहुत ही अच्छा है। काफी अच्छा लग रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में हमने दर्शन किए। पूरे शहर में श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ है।”

Exit mobile version