N1Live Uttar Pradesh महाकुंभ पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा, ‘सफाई और सुरक्षा व्यवस्था एक नंबर है’
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महाकुंभ पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा, ‘सफाई और सुरक्षा व्यवस्था एक नंबर है’

Devotees who reached Mahakumbh said, 'Cleanliness and security arrangements are number one'

प्रयागराज, 3 फरवरी । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ में वसंत पंचमी के दिन अमृत स्नान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की संख्या और 3 फरवरी को अमृत स्नान को लेकर राज्य सरकार और मेला प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था की गई है जिससे यहां पर किसी भी श्रद्धालु को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। कुछ श्रद्धालुओं से समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की।

हरियाणा से आई अनीता ने बताया, “हम वसंत पंचमी पर अमृत स्नान करने के लिए आए हैं। इसे हमारे सनातन धर्म में काफी अच्छा माना जाता है। सुरक्षा और सफाई-व्यवस्था यहां पर एक नंबर की है। किसी भी तरह से कहीं भी गंदगी नजर नहीं आ रही है। सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया गया है। यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है।”

उन्होंने कहा कि हाल में हुई दुर्घटना को लेकर मन में शंका थी। घर से जब निकल रहे थे तो मन में सवाल था कि प्रयागराज में क्या होगा। लेकिन, जब यहां आए हैं तो सभी शंकाए दूर हो गई हैं। ऐसा लग रहा है कि बच्चों को भी साथ लाना चाहिए था जिससे वह भी अमृत स्नान कर सकते। यहां व्यवस्था काफी अच्छी है। मैं एक चीज कहना चाहूंगी कि जो अफवाह फैलाई जा रही है, यहां वैसा कुछ भी नहीं है। यहां प्रशासन ने अच्छी व्यवस्था की है।

हरियाणा से आए राजकुमार ने बताया कि मेला प्रशासन बहुत अच्छा काम कर रहा है। भारी तदाद में लोग आ रहे हैं, लेकिन किसी को परेशानी नहीं हो रही है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत स्नान पर्व ‘बसंत पंचमी’ के अवसर पर व्यवस्थाओं में ‘जीरो एरर’ रखने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को प्रयागराज में वसंत पंचमी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि वसंत पंचमी के अवसर पर पूज्य अखाड़ों की पारंपरिक शोभायात्रा धूमधाम से निकलेगी, इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से कर ली जाएं। पूज्य संतगण हों, कल्पवासी हों, देश भर से आए श्रद्धालु हों या देशी-विदेशी पर्यटक, हर एक की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित होनी चाहिए। किसी भी स्तर पर चूक की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।

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